भारत को विश्व कप दिलाने वाले गुरू गैरी इंग्लैंड के इस खास टूर्नामेंट में बनेंगे कोच

साल 20111 में टीम इंडिया को विश्व कप खिताब जिताने वाले कोच गैरी कर्सटन (Gary Kirsten) अब इंग्लैंड में कोचिंग करते दिखाई देंगे. गैरी किसी काउंटी टीम से नहीं बल्कि मशहूर 100 बॉल टूर्नामेंट की एक टीम को कोचिंग देंगे. गैरी आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच रह चुके है और पिछले दो सीजन से विराट कोहली की टीम रॉयल्स चैलेंजर बेंगलौर के कोच है. अब कर्सटन को इंग्लिश और वेल्स क्रिकेट से जुड़ने का मौका मिला है जहां वे कार्डिफ की पुरुष टीम को 100 बॉल टूर्नामेंट के लिए कोचिंग देंगे.

क्या बोले कर्स्टन
कर्स्टन ने कहा, “मैं कोचिंग के लिए इंग्लिश और वेल्स क्रिकेट से पहले कभी नहीं जुड़ा, कार्डिफ आकर ऐसा मौका पाना बड़ी उपलब्धि है” कर्स्टन ने कहा , “यह एक नया प्रारूप है और मुझे यकीन है कि यह बहुत आगे जाएगा. सबसे अच्छी बात यह है कि इससे परिवारों का आकर्षण मिलेगा और क्रिकेट बहुत से लोगों के संपर्क में आएगा.” इंग्लैंड में माना जा रहा है कि द हंडरेड टूर्नामेंट टी-20 टूर्नामेंट को कड़ी टक्कर देकर जल्द ही उससे आगे निकल जाएगा.

विविध कोचिंग अनुभव है गैरी का
इससे पहले यह घोषणा की गई थी कि कर्स्टन म्जांसी सुपर लीग में डरबन हीट के लिए कोचिंग करेंगे. कर्स्टन ईस्टर्न कैप में वारियर्स फ्रैंचाइजी के लिए कंसल्टेंट बैटिंग कोच रह चुके हैं. इसके बाद 2007 में वे टीम इंडिया के कोच बन गए थे और उन्होंने टीम को 2011 का विश्व कप दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.  टूर्नामेंट खत्म होने के बाद गैरी ने टीम इंडिया के कोच का पद छोड़ दिया था और अपने देश वापस लौट गए थे. उसके बाद उन्होंने 2013 तक दक्षिण अफ्रीका टीम की कोचिंग की. वे बिगबैशलीग में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.

England and Wales Cricket Board

@ECB_cricket

World Cup winning coaches Gary Kirsten and Matthew Mott join http://ms.spr.ly/6010T3uk0 

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मैथ्यू मॉट बने महिला टीम के कोच

इस टूर्नामेंट में कार्डिफ महिला टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मैथ्यू मॉट को चुना गया है. मॉट इससे पहले 2011 से  2013 तक ग्लैमोर्गन कंट्री के साथ थे. उन्होंने पहले शीफील्ड को कोचिंग दी थी और फिलहाल वे ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के कोच हैं. मॉट ने कहा, “कार्डिफ मेरे और मेरे परिवार के लिए खास जगह है जिसकी वजह से मैंने यह फैसला किया. मुझे कई संदेह नहीं है कि द हडरेड टूर्नामेंट महिला क्रिकेट में बड़ी सफलता हासिल करेगा. मेरा एक बेटा है जो कि सिडनी सिक्सर्स को फैन है लेकिन वह जेंडर नहीं देखता. वह केवल टीम देखता है. द हंडरेड इंग्लैंड और वेल्स के लिए एक बड़ा मंच बनेगा और मैं बता नहीं सकता कि यह खेल के लिए कितना बड़ा साबित होगा.”

 

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