भारत ने डिप्लोमैटिक स्टाफ से कहा पाकिस्तान के स्कूल में न भेजें बच्चे
नई दिल्ली। भारत ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के लिए ‘नो स्कूल-गोइंग मिशन’ शुरू करते हुए अपने डिप्लोमैटिक स्टाफ से कहा है कि वह स्कूल जा रहे बच्चों को भारत वापस भेजें। इसकी जानकारी सोमवार को एक टीवी रिपोर्ट के द्वारा प्राप्त हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान के स्कूलों में पढ़ रहे 50 से अधिक भारतीय छात्रों पर असर पड़ेगा।
भारत सरकार पाकिस्तान के स्कूल में भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। साथ ही भारत पाकिस्तान में अपने डिप्लोमैटिक मिशन के स्टाफ को कम करना चाहता है। कश्मीर में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कश्मीर पर पाकिस्तान की बयानबाजी से भारत-पाक के रिश्ते तल्ख होते जा रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री और गृह मंत्री ने पाकिस्तान को साफ कहा है कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे।
कश्मीर में जारी हिंसा के बाद भारत को पाकिस्तान में मौजूद अपने नागरिकों की चिंता है। साथ ही पाकिस्तान के पेशावर स्कूल में 2014 को हुए आतंकी हमला भी सोचने को मजबूर करता है जिसमें 148 मासूम छात्रों की जान गई थी। इसी कारण भारत ने अपने डिप्लोमैटिक स्टाफ से अपने बच्चों को स्कूली पढ़ाई के लिए भारत भेजने के लिए कहा है।
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