ममता पर मुकुल रॉय का पलटवार, मुख्यमंत्री पद के लिए होना चाहिए जनमत-संग्रह

कोलकाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) एवं राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) पर जनमत-संग्रह करने की बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मांग पर भाजपा के नेता मुकुल रॉय ने जवाबी हमला बोला है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि राष्ट्र संघ की निगरानी में इसके लिए जनमत संग्रह होना चाहिए कि कितने लोग ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक भी व्यक्ति उनके पक्ष में वोट नहीं देगा।

भाजपा नेता ने बनर्जी पर किया पलटवार

भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने सीएए का विरोध कर संविधान का उल्लंघन किया है। उनके अनुसार मुख्यमंत्री को संविधान का सम्मान करते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। गौरतलब है कि कि धर्मतल्ला के रानी रास मणि सरणी में आयोजित सभा के दौरान ममता बनर्जी ने सीएए एवं एनआरसी पर राष्ट्र संघ की निगरानी में जनमत संग्रह कराने की मांग की।
राज्यपाल बोले- सीएम बयान लें वापस

बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीएए और एनआरसी पर संयुक्त राष्ट्र से जनमत संग्रह कराने वाले बयान को वापस लेने का अग्रह किया है। गुरुवार को किए ट्वीट में धनखड़ ने कहा कि देश के नागरिक के रूप में वे बनर्जी के बयान से काफी दुखी व आहत हैं। उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री उनके अनुरोध पर निश्चित रूप से ध्यान देंगी, क्योंकि राष्ट्रवाद से किसी को भी समझौता नहीं करना चाहिए।

क्या कहा ममता बनर्जी ने?

कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आजादी के 73 साल बाद अचानक हमें यह साबित करना होगा कि हम भारतीय नागरिक हैं। भाजपा देश को विभाजित कर रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील करते हुए कहा कि अपने विरोध को न रोकें क्योंकि हमें सीएए निरस्त करना होगा। ममता बनर्जी ने कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है, तो उसे संशोधित नागरिकता अधिनियम और NRC पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराना चाहिए।

 

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