ममता बनर्जी ने नोटबंदी के विरोध में सेना को भी घसीट लिया
नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर हाहाकार जारी है। ये हाहाकार जनता का नहीं सियासी दलों का है। सबसे ज्यादा परेशान हैं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी हैं। नोटबंदी के बाद से वो लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रही हैं। इस दौरान वो ऐसे बयान दे रही हैं जो उनके सियासी जीवन के लिए आत्मघाती साबित हो सकते हैं। विपक्ष भी नोटबंदी का विरोध कर रहा है। लेकिन वो अब संयमित हो गया है। वो संभल कर नोटबंदी का विरोध कर रहा है। विपक्ष नोटबंदी का विरोध करते हुए काले धन के समर्थन में खड़ा नहीं दिखाई देना चाहता है। लेकिन ममता दीदी को शायद वो बारीक लाइन नहीं दिख रही है। देश में जनता को कई परेशानियों का सामना रोजाना करना पड़ता है। तब ममता दीदी इतना नहीं गुस्सा होती हैं, लेकिन नोटबंदी जिसे जनता स्वीकार कर रही है उस का इतना विरोध समझ से परे है।
अब ममता बनर्जी ने नोटबंदी के विरोध में सेना को भी घसीट लिया है। टीएमसी सांसदों ने लोकसभा में बंगाल में सेना की तैनाती का मुद्दा उठाया। टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी ने कहा कि बंगाल में सेना टोला प्लाजा पर कब्जा किए थी। ये संघीय ढांचे पर हमला है।केंद्र सरकार के विरोध में टीएमसी शायद भूल गई कि सेना ने इस योजना के बारे में राज्य सरकारों को पहले से ही बता दिया था। संसद में केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सेना को सियासत में न घसीटें। इस मामले में रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने भी ममता पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से कुछ नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। वो पैसा बर्बाद होने से दुखी हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि सेना को लेकर जिस तरह से बयानबाजी की जा रही है उस से वो दुखी हैं।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि ये सेना की रूटीन एक्सरसाइज है।पिछले साल भी 15, 18 और 19 नवंबर को ये हुआ था। उन्होंने कहा कि पिछले 15 से 20 साल से यूपी, बिहार, बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट में ये रूटीन एक्सरसाइज जारी है। रक्षा मंत्री ने बताया कि इसके लिए 28, 29 और 30 नवंबर की तारीख तय की गई थी। सेना ने इस बारे में राज्य सरकारों को पहले से बता दिया था। लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए इसे एक दिसंबर से लागू किया गया। मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सब कुछ जानने के बाद भी सेना को लेकर इस तरह की बयानबाजी करना बेहद दुखद है। इस से मुझे सदमा लगा है। एक राज्य की मुख्यमंत्री सियासी खीझ के चक्कर में सेना को घसीटा जा रहा है।
बता दें कि बंगाल में सेना की तैनाती को लेकर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया था। ममता को इस मुद्दे पर पूरे विपक्ष का समर्थन मिला। ममता ने केंद्र सरकार पर तख्ता पलट का भी आरोप लगा दिया। संसद में रक्षामंत्री ने सफाई भी दे लेेकिन विपक्ष उस पर राजी नहीं हुआ। वो लगातार हंगामा करते रहे। वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। तब उप सभापति ने एक्शन लेने की धमकी दी। ममता ने कहा कि इस तरह की एक्सरसाइज से पहले राज्य सरकार की इजाजत लेनी होती है। हालांकि रक्षामंत्री ने कहा कि इस बारे में पहले से राज्य सरकारों को बता दिया गया था। कुल मिलाकर विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मौका मिला। हालांकि ममता बनर्जी के आरोपों में कितनी सच्चाई है इसकी हवा रक्षामंत्री निकाल चुके हैं। लेकिन फिर भी संसद में लगातार गतिरोध जारी है।
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