ममता सरकार की ठगी से भुखमरी पर पहुंचे सौ किसानों ने मांगी सामूहिक आत्महत्या की अनुमति
नई दिल्ली। ममता बनर्जी की सरकार वाले पश्चिम बंगाल में अन्नदाताओं के साथ छल हो रहा है। एक तो कम कीमत पर फसलों की खरीद हो रही, उल्टे उन्हें भुगतान भी नहीं किया जा रहा। खास बात है कि कोई साहूकार ठगी नहीं कर रहा बल्कि खरीदारी करने वाली सरकारी एजेंसियां ठगी का यह खेल कर रहीं हैं। फसल बेचने के बाद भी भुगतान न मिलने से भुखमरी के पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के सौ से ज्यादा किसानों ने सामूहिक इच्छामृत्यु की मांग की है।
कहां के किसान हैं
पश्चिम बंगाल के लालगढ़ के धर्मपुर, सिजुआ, बेलाटिकरी के सौ से अधिक किसान दोपहर मेदिनीपुर के जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय पहुंचे। उन्होंने अपनी व्यथा कहते हुए कहा कि फरवरी और मार्च में 1410 रुपये प्रति कुंतल की दर से उन्होंने सहकारी संस्था को धान बेचा था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक लालगढ़ के धर्मपुर, सिजुआ, बेलाटिकरी आदि इलाकों के करीब 100 किसान शुक्रवार दोपहर मेदिनीपुर स्थित जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय पहुंचे। अपना दुखड़ा सुनाते हुए लालगढ़ के किसानों ने कहा कि इसी वर्ष फरवरी एवं मार्च के दौरान उन लोगों ने 1,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान सहकारी संस्था को बेचा था। इस पर सिर्फ एक चेक मिला भी तो वह तीन बार जमा करने के बाद भी बाउंस हो गया। जिससे उनके सामने भूखों मरने की नौबत खड़ी हो गई। जिस पर किसानों ने जिला खाद्य नियंत्रक को चेतावनी दी कि अगर फसल की उचित कीमत नहीं मिली तो सभी आत्महत्या करना चाहते हैं। इसकी अनुमति दी जाए।
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