मालेगांव ब्लास्ट: कर्नल पुरोहित की जमानत पर कांग्रेस-बीजेपी भिड़ीं

नई दिल्ली। 2008 मालेगांव ब्लास्ट केस में कर्नल प्रसाद पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। 9 साल पुराने इस मामले में एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के शासनकाल में एक-एक कर हिंदूवादी संगठनों से जुड़े आरोपियों को क्लीनचिट दी जा रही है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस पर कथित ‘हिंदू आतंकवाद’ के नाम पर साजिश कर बेगुनाहों को फंसाने का आरोप लगाया है।
29 सितंबर 2008 को मालेगांव ब्लास्ट में 7 लोगों की मौत हुई थी। इस केस में साध्वी प्रज्ञा के साथ कर्नल पुरोहित भी आरोपी हैं। साध्वी प्रज्ञा को पहले ही जमानत मिल गई है। अब कर्नल पुरोहित को जमानत मिलने के बाद मामला गरमा गया है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने एक अहम बात कही है। उनका कहना है कि कर्नल पुरोहित को मिली बेल के पीछे दो वजहें हो सकती हैं। एक, ट्रायल कोर्ट 8 साल बीत जाने के बावजूद चार्ज फ्रेम नहीं कर सका। दूसरा, दो अलग-अलग जांच एजेंसियों (ATS, NIA) ने विरोधाभासी तथ्य रखे।
Col Purohit gets Bail. It was expected as the present BJP Govt is protecting all the accused connected with RSS in all Bomb Blast cases.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 1503294743000
कांग्रेस ने हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों को बचाने का आरोप लगाया
कर्नल पुरोहित को जमानत मिलने का फैसला सामने आते ही कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सारे ब्लास्ट केसों में बीजेपी की सरकार संघ से जुड़े आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने एनआईए को भी कठघरे में खड़ा किया है। दिग्विजय सिंह ने अगले ट्वीट में लिखा कि एनआईए चीफ को दो बार एक्सटेंशन इसी वजह से दिया जा रहा था। कांग्रेस नेता ने कहा है कि रिटायरमेंट के बाद भी उन्हें इनाम मिल सकता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि बेल मिलने का यह मतलब नहीं है कि आपको बरी कर दिया गया है और आप निर्दोष हैं।
ओवैसी बोले, पुरोहित के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य
कर्नल पुरोहित की जमानत पर एमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी नाखुशी जाहिर की है। ओवैसी ने कहा है कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में कर्नल पुरोहित के खिलाफ पूरे साक्ष्य हैं। ओवैसी ने कहा कि जनवरी 2009 में एटीएस ने जो चार्जशीट फाइल की थी उसमें सारे सबूतों का जिक्र था, ऑडियो-विडियो का जिक्र। एटीएस चार्जशीट के हवाले से ओवैसी ने कहा कि ब्लास्ट के लिए 4 बैठकें आयोजित की गई थीं और उन सबमें कर्नल पुरोहित मौजूद थे।
ओवैसी ने पीएम पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 2014 में जबसे मोदी देश के पीएम बने हैं आप ऐसे केसों का एक पैटर्न देख सकते हैं जिनमें हिंदू संगठनों से जुड़े आरोपियों को राहत मिली है। ओवैसी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि एनआईए ने सुप्रीम कोर्ट में साक्ष्य रखे या नहीं, लेकिन मैं इतना जानता हूं कि पुरोहित के खिलाफ कई साक्ष्य थे।
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि एनआईए की विश्वसनियता सवालों के घेरे में है। येचुरी ने कहा कि एनआईएन ने जिनपर केस दर्ज कराया, आज उन्हीं को जमानत मिल रही है। येचुरी ने राजनाथ सिंह के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने आतंक के खिलाफ एनआईए की कार्रवाइयों की तारीफ की थी। येचुरी ने सवाल किया आज वही एनआईए जिन्हें दोषी बताती है, वे छूट रहे हैं।
‘हिंदू आतंकवाद’ पर कांग्रेस की साजिश बेनकाब: बीजेपी
बीजेपी ने कर्नल पुरोहित की जमानत के बाद कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने हिंदू आतंकवाद जैसे शब्द का गठन किया था। देश के तत्कालीन गृहमंत्री ने सोनिया गांधी की उपस्थिति में इसका जिक्र किया था। बाद में पी चिदंबरम ने भी इसे हवा दी थी। राहुल गांधी ने भी अमेरिकी राजदूत से कहा था कि उन्हें ‘हिंदू आतंकवाद’ से डर लगता है। संबित पात्रा ने कहा कि आज कांग्रेस की साजिश बेनकाब हो गई।
गौरतलब है कि 2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट केस के बाद से ही कर्नल पुरोहित जेल में हैं। अब 9 साल बाद वह जेल से बाहर निकलेंगे। इससे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने पुरोहित की जमानत याचिका ठुकरा दी थी। इस महीने 17 अगस्त को मामले की सुनवाई पूरी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। हालांकि NIA ने कर्नल पुरोहित की जमानत का विरोध किया था। इस मामले में दूसरी आरोपी साध्वी प्रज्ञा को भी जमानत मिली हुई है। पुरोहित को मिली जमानत का एक आधार यह भी बना।
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