माल्या के मामले की सुनवाई के दौरान UK के जज ने भारत का उड़ाया था मजाक

लंदन/दिल्ली। माल्या एक्स्ट्राडीशन केस में भारत की ओर से पेश ओरोन वाटकिंस ने सबूत हासिल करने के लिए वेस्टमिंस्टर कोर्ट से 3-4 हफ्तों का वक्त मांगा। क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस (CPS) के वाटकिंस की इस मांग पर जज ने भारत का मजाक उड़ाते हुए कहा,”क्या भारतीय रिस्पॉन्स देने में तेज होते हैं? अब तक वो लोग 6 महीने ले चुके हैं और पिछले 6 हफ्तों से आगे नहीं बढ़ पाए।” जज ने कहा कि अगर इसके बाद भी सबूत का कोई निशान नहीं मिला तो इस मामले की फाइनल हियरिंग होने की संभावना अप्रैल 2018 में होगी। बता दें कि वेस्टमिंस्टर कोर्ट में बैंकों के नौ हजार करोड़ के कर्जदार माल्या के एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) केस की सुनवाई चल रही है। जिसमें माल्या को मंगलवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया था।
जज ने जब पूछा कि क्या भारतीय रिस्पॉन्स देने में तेज होते हैं? भारत की ओर से वाटकिंस ने कहा, “हम इस मामले में हमारी भारत सरकार के साथ अच्छे और करीबी वर्किंग रिलेशनशिप है। माल्या की डिफेंस टीम भी फाइनल हियरिंग की तारीख मार्च या अप्रैल 2018 में चाहती है। टीम का दावा है कि उन्हें भी अभी भारतीय अधिकारियों से फाइनल एविडेंस मिलने का इंतजार है और ये भी माना जा रहा है कि दूसरी एक्स्ट्राडीशन रिक्वेस्ट भी आएगी। जज ने अभी फाइनल हियरिंग की डेट 4 दिसंबर तय की है, जुलाई में होने वाली अगली सुनवाई में इसका रिव्यू किया जाएगा। जज ने कहा, “अगर तब तक सभी चीजें क्रम में रहीं तो हम दिसंबर में प्रोसीड करेंगे।”
मीडिया मेरे खिलाफ हेट कैंपेन चला रहा है- माल्या
विजय माल्या ने बुधवार को ट्वीट किया, “इंडियन मीडिया मेरे खिलाफ एक बड़ा हेट कैंपेन चला रहा है, जिसकी कोई सीमा नहीं है। भारत सरकार ने मेरे खिलाफ केस फाइल किया है, जो ब्रिटिश कोर्ट के सामने है। फैसले का इंतजार करें। माल्या ने मंगलवार को भी कहा था, “मैं मीडिया में बयान देना नहीं चाहता, क्योंकि मैं जो कुछ कहूंगा, उसे तोड़-मरोड़कर पेश किया जाएगा। मेरे पास काफी सबूत हैं। मेरे सबूत बोलेंगे। मैं टीम इंडिया को चीयर करने क्रिकेट मैच देखने जाता हूं। वह मीडिया में बड़ा मुद्दा बन जाता है। इससे बेहतर है कि मैं कुछ ना बोलूं।
माल्या को 4 दिसंबर तक जमानत मिली
माल्या को मंगलवार को यहां की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 4 दिसंबर तक जमानत दे दी। माल्या एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) केस की सुनवाई के लिए कोर्ट में पेश हुए थे। वे पहले से बेल पर थे। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 6 जुलाई तय की है।
आप अरबों के सपने देखते रहिए- माल्या
मंगलवार को कोर्ट के बाहर माल्या ने मीडिया के कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा, “मैं सभी आरोपों से इनकार करता हूं। मैं किसी भी अदालत से भाग नहीं रहा। अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए मेरे पास काफी सबूत हैं। जब एक ब्रिटिश मीडियापर्सन ने पूछा कि आपके अरबों पाउंड का क्या होगा, तो माल्या ने कहा- आप अरबों पाउंड के सपने देखते रहें, क्योंकि आपके पास सवाल को जस्टिफाई करने के लिए फैक्ट्स नहीं हैं। इसलिए सवाल ना पूछें। जब माल्या से पूछा गया कि अापके ब्रिटेन में कई घर कैसे हैं, उन्होंने कहा कि मैं आज यहां नहीं आया, 1992 से रह रहा हूं।  क्या आपने बैंक लोन को किंगफिशर एयरलाइन्स के लिए डाइवर्ट किया था, इस पर माल्या ने कहा कि कोई लोन डाइवर्ट नहीं किया गया।
भारत एक और अपील करेगा
माल्या के लॉयर बेन वॉटसन ने कोर्ट को बताया कि भारत अब अलग आरोपों के आधार पर माल्या के प्रत्यर्पण के लिए दूसरी अपील करने जा रहा है।
माल्या इन दिनों लंदन में चल रही चैम्पियंस ट्रॉफी में नजर आ रहे हैं। वे भारत का हर मैच देखने पहुंच रहे हैं। रविवार को यहां इंडिया-साउथ अफ्रीका का मैच देखने पहुंचे। माल्या को देखकर स्टेडियम के बाहर जमा फैन्स ने हूटिंग शुरू कर दी। एक फैन ने कहा- वो देखो चोर जा रहा है। इसके बाद वहां मौजूद कई इंडियन फैन्स ने चोर-चोर के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इससे पहले भी माल्या एजबेस्टन में इंडिया और पाकिस्तान का मैच देखते हुए नजर आए थे।
कब हुई थी माल्या की गिरफ्तारी?
2 मार्च 2016 से ही माल्या लंदन में रह रहे हैं। ईडी और सीबीआई को माल्या की तलाश थी। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) से जुड़े एक मामले में मुंबई की स्पेशल कोर्ट माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुकी थी। माल्या का पासपोर्ट भी रद्द किया गया था। इसी साल फरवरी में भारत ने यूके से माल्या की वापसी के लिए रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद मार्च में ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने लंदन में अरुण जेटली से प्रोटोकॉल तोड़कर मुलाकात की थी। इस मुलाकात में माल्या को भारत को सौंपने पर चर्चा हुई थी। मार्च में ही यूके ने भारत को बताया था कि उसकी रिक्वेस्ट को फॉरेन मिनिस्ट्री ने सर्टिफाई कर दिया है।
यूके गवर्नमेंट ने आगे की कार्रवाई के लिए केस को डिस्ट्रिक्ट जज के पास भेजा। इसके बाद माल्या को एक्स्ट्राडीशन वारंट पर बीते अप्रैल अरेस्ट किया गया। वारंट जारी होने के बाद माल्या खुद सेंट्रल लंदन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे।
ब्रिटिश कोर्ट में साबित करना होगा अपराध, 7 फेज से गुजरना होगा
ब्रिटिश कानूनों के तहत अगर किसी शख्स की उस देश में संपत्ति है, तो वह वहां बिना पासपोर्ट के भी रह सकता है। ऐसे में, उसे भारत लाना आसान नहीं है। भारत को माल्या की वापसी के लिए इन 7 फेज से गुजरना पड़ सकता है।
1. सीबीआई को ब्रिटिश कोर्ट में साबित करना होगा कि माल्या पर लगे आरोप ब्रिटेन के कानून के तहत भी अपराध हैं।
2. अगर आरोप साबित होते हैं तो ब्रिटिश कोर्ट एक्स्ट्राडीशन का ऑर्डर दे सकता है।
3. अगर जांच एजेंसियां आरोप साबित नहीं कर सकीं तो एक्स्ट्राडीशन की उम्मीदों को झटका लग सकता है।
4. एक्स्ट्राडीशन सुनवाई के बाद आखिरी फैसला फॉरेन मिनिस्ट्री को करना होता है।
5. माल्या के पास मजिस्ट्रेट कोर्ट के फैसले को हायर कोर्ट में चुनौती देने का हक होगा।
6. लंदन कोर्ट यह भी तय करेगी कि क्या माल्या का एक्स्ट्राडीशन उनके ह्यूमन राइट्स का वॉयलेशन तो नहीं करता।
7. ऐेसे में, माल्या को भारत लाने में भारतीय एजेंसी को कम से कम 10 से 12 महीने का समय लग सकता है।
माल्या पर कितना कर्ज?
31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था। इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है। सीबीआई ने 1000 से भी ज्‍यादा पेज की चार्जशीट में कहा कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्‍तेमाल किया।
किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया।डेट रिकवरी ट्रिब्‍यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों UBHL, किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से 11.5% प्रति साल की ब्याज दर से वसूली की प्रॉसेस शुरू करने की इजाजत दी थी।
 

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