मुजफ्फरनगर रेल हादसे पर बाबुओं से बोले प्रभु- शाम तक बताएं कौन है जिम्मेदार

लखनऊ/खतौली। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में 24 लोगों की जान चली गई, जबकि 150 से ज्यादा जख्मी हैं. दुर्घटना इतनी भयावह थी कि पटरी से उतरे 13 कोच एक-दूसरे पर जा चढ़े. यहां तक कि एक कोच पास के मकान में और दूसरा कोच ट्रैक के किनारे स्थित तिलक राम इंटर कॉलेज कॉलेज में जा घुसा.
इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304A (लापरवाही की वजह से मौत) का केस दर्ज किया गया है. वहीं इस हादसे को लेकर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पहली नजर में मिले सबूतों के आधार पर आज शाम तक जबावदेही तय करने के निर्देश दिए हैं.
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि वह हालात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पटरियों की मरम्मत उनकी शीर्ष प्राथमिकता है. रेलमंत्री ने टि्वटर पर लिखा है, ‘मरम्मत प्राथमिकता है. सात डिब्बों को हटा दिया गया है. घायलों के लिए सर्वश्रेष्ठ संभव चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जा रही है. हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं.’
रेलवे बोर्ड के मेंबर मोहम्मद जमशेद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शनिवार शाम को उत्कल एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरी से उतरे. राहत-बचाव कार्य में NDRF की मदद ली गई. सभी अधिकारी तुरंत साइट पर रवाना हुए. राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी घटनास्थल पहुंचे. रेल मंत्री भी नजर बनाए हुए हैं. करीब 20 की मौत और 92 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से 22 गंभीर और 70 सामान्य रूप से घायल हैं. बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी मदद की. उन्होंने कहा कि 10 बजे तक रेलवे ट्रैक बहाल होने की उम्मीद है. जो भी घटना हुई कमिश्नर रेलवे सेफ्टी, उत्तरी मंडल कल से उसकी जांच करेंगे.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो मरम्मत का काम चल रहा था, उस समय जो कॉशन लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया. शुरुआती जांच में जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. शाम तक इसकी रिपोर्ट आ जाएगी. इसके अलावा आईपीसी की धारा 304A के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. हादसे से जुड़ा गेटमैन और एक रेलवे कर्मचारी का ऑडियो सामने आने पर मोहम्मद जमशेद ने कहा कि इसकी जांच होगी.
ऐसे हुआ था पूरा हादसा
ये हादसा शनिवार शाम 5 बजकर 46 मिनट पर हुआ. ट्रेन संख्या 18477 कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस पुरी से हरिद्वार की तरफ जा रही थी. इसी दौरान मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए. पटरी से उतरे डिब्बे ट्रैक के पास बने मकानों और स्कूल इमारत में घुस गए. उस समय ट्रेन सुपर स्पीड में थी और 100 किमी से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही थी, जिस वजह से पटरी उखड़ गई. पटरी से ज्यादातर ट्रेन के बीच के डिब्बे उतरे. इंजन और पहले 2 डिब्बे निकल चुके थे. इस दौरान ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक भी नहीं लगा सका, क्योंकि पूरा सिस्टम ऑटोमैटिक होता है. आगे और पीछे के डिब्बे नहीं पलटे, बीच के डिब्बे पलटे हैं. वहां जो काम कर रहे थे बाद में वो भी भाग गए. इस हादसे में ट्रेन में सवार लोगों तो शिकार हुए ही पर साथ ही पास के स्कूल-घर में रहने वालों की जिंदगी भी खतरे में पड़ गई.
बता दें कि जिस पटरी पर से ट्रेन को गुजरना था, उस पर काम चल रहा था. ट्रेन को धीमी गति से गुजारने के आदेश थे, लेकिन सिग्नल गड़बड़ होने से ड्राइवर को कॉशन की सूचना नहीं मिली और हादसा हो गया.
ये ट्रेनें हुईं रद्द
इस हादसे के बाद खतौली ट्रैक से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. ट्रेन नंबर 14521/14522 अंबाला से दिल्ली आने वाली ये ट्रेन रद्द कर दी गई है. ट्रेन नंबर 18478हरिद्वार से पुरी जाने वाली कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है. ट्रेन नंबर 14682 जालंधर से नई दिल्ली आती है, जिसे रद्द कर दिया है.
इन ट्रेनों का रूट हुआ डायवर्ट
अमृतसर से बिलासपुर जाने वाली ट्रेन संख्या 18238 का रूट अंबाला-पानीपत-नई दिल्ली-हजरत निजामुद्दीन किया गया. वहीं अमृतसर से मुंबई सेंट्रल जाने वाली गोल्डन टेंपल मेल अब अंबाला होते हुए पानीपत-नई दिल्ली-हजरत निजमामुद्दीन किया गया. ट्रेन संख्या 14646 जम्मू तवी-दिल्ली शालीमार एक्सप्रेस भी अंबाला और पानीपत से होते हुए दिल्ली पहुंचेगी. इनके अलावा अमृतसर-इंदौर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर-19326), कटरा-आनंद विहार (ट्रेन नंबर-04402) इलाहाबाद-उधमपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर-24155) भी अंबाला-पानीपत से होकर किया गया.
रेलवे ने जारी किए ये हेल्प लाइन नंबर
रेलवे ने हेल्प लाइन जारी किए- हरिद्वार: 9760534056, 0133- 4227477, मुजफ्फनगर स्टेशन: 0131- 2433099 ,रुड़की:9760534056, हजरत निजामुद्दीन: 011-24359748, 24233974, पुरानी दिल्ली: 011- 23962389, 23967332 ,मुरादाबाद: 05911072, 05912420324, गाजियाबाद स्टेशन: 9412715210
मुआवजे का किया ऐलान
हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के लिए सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मारे गए लोगों के लिए 5 लाख और रेल मंत्रालय ने 3.5 लाख के मुआवजे की का ऐलान किया है. वहीं घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
हादसे के बाद शुरुआती जांच में सिस्टम की घोर लापरवाही सामने आ रही है. बता दें कि शनिवार रात ही यूपी एटीएस की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई थी. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, प्रथम दृष्टया हादसे के पीछे टेरर एंगल नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, अभी मामले की जांच की जा रही है.
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