मुहाजिरों का कल्तेआम देख रहा है कायर भारतः अल्ताफ हुसैन

कराची।पाकिस्तान में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के निर्वासित प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने कहा है कि पाकिस्तान में मुहाजिरों की बुरी हालत पर भारत को शर्मिंदा होना चाहिए। उनके इस बयान का पाकिस्तान में विरोध हो रहा है।
बंटवारे के समय भारत से पाकिस्तान जाने वाले मुसलमानों को वहां मुहाजिर कहा जाता है। हुसैन ने भारत को एक ‘कायर’ देश बताया और कहा है कि अगर भारत में थोड़ी सी भी इज्जत बची होती तो वह पाकिस्तान में आए दिन मुहाजिरों का कत्लेआम नहीं होने देता। जानकरी के मुताबिक हुसैन ने ये बातें रविवार सुबह टेलीफोन से अमेरिकी शहर डलास में एमक्यूएम के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं। हुसैन को पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है। हुसैन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से संयुक्त राष्ट्र और नाटो से संपर्क कर उन्हें कराची में उर्दू भाषी विस्थापित लोगों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघनों के बारे में बताने को कहा है। एमक्यूएम की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार हुसैन नेता ने कहा, ‘कराची में खूनी हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है, उनका पता लगाने के लिए नाटो और संयुक्त राष्ट्र के बलों को कराची भेजने के लिए कहा जाए।’ कराची की सबसे बड़ी पार्टी और सिंध में प्रभावशाली दल एमक्यूएम उर्दू भाषी लोगों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है, जो विभाजन के बाद भारत से विस्थापित होकर आए थे। पाकिस्तान सरकार ने अल्ताफ हुसैन के बयान को देशविरोधी बताते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा है कि एमक्यूएम नेता का बयान ‘दुश्मन मुल्क’ से पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए न्यौता देने जैसा है जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
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