उफा में मोदी ने आगे बढ़कर नवाज शरीफ से मिलाया हाथ, बातचीत जारी

nawaz2मॉस्को। रूस के उफा में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के बीच मुलाकात हुई। मोदी ने खुद आगे बढ़कर नवाज शरीफ से हाथ मिलाया। दोनों देशों के प्रतिनिधि भी इस बातचीत में शामिल हुए। भारत की ओर से एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर इस मीटिंग में मौजूद रहे। इसके बाद, मीटिंग हॉल का कमरा बंद हो गया और बातचीत शुरू हो गई। बातचीत के बारे में डिटेल्स देने के लिए विदेश सचिव प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। दोनों के बीच यह आठ महीने बाद हो रही दि्वपक्षीय बातचीत है।
जानकार मानते हैं कि मोदी क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म, सीजफायर उल्लंघन और मुंबई हमलों के मास्टमाइंड आतंकी जकीउर रहमान लखवी की पाक जेल से रिहाई जैसे मुद्दों को उठाएंगे। दोनों नेता शंघाई कार्पोरेशन आर्गनाइजेशन (एससीओ) के सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इससे पहले, गुरुवार रात रूसी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा रखे गए डिनर कार्यक्रम में दोनों शामिल हुए। हालांकि, दोनों पीएम की मुलाकात से पहले, पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया। गुरुवार को पाकिस्तानी फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। मोदी और शरीफ आखिरी बार बीते साल नवंबर में नेपाल के काठमांडू में हुए सार्क सम्मेलन में मिले थे। हालांकि, उस वक्त दोनों के बीच कोई दि्वपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी। इस साल रमजान से पहले, मोदी ने शरीफ को फोन करके शुभकामनाएं दीं। मोदी ने नवाज शरीफ को भारत द्वारा पाकिस्तानी मछुआरों को छोड़ने के फैसले की जानकारी भी दी। इस कदम को मोदी द्वारा डैमेज कंट्रोल के कदम के तौर पर देखा गया, क्योंकि उनके बांग्लादेश दौरे पर उन्होंने पाकिस्तान को ‘सिरदर्द’ करार दिया था। इसके बाद, पाकिस्तान की ओर से भी तीखे बयान दिए गए, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते तल्ख होते दिखे। म्यांमार में भारत द्वारा उग्रवादियों के खिलाफ किए गए मिलिट्री ऑपरेशन को लेकर भी दोनों देशों के बीच बयानबाजी हुई। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों के बीच यह तीसरी मुलाकात होगी। हालांकि, जब भी दोनों मिलते हैं, उससे पहले या बाद में सीमा पर पाक की तरफ फायरिंग शुरू हो जाती है। मई और नवंबर 2014 में ऐसा हो चुका है। बीती 5 जुलाई को भी नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान शहीद हुआ था।
मोदी-नवाज : 13 महीने, 3 मुलाकात, 13 पड़ाव
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के लिए अच्छी बात यह रही कि 13 महीने में मोदी और नवाज 3 बार मिले। लेकिन इस दौरान पाकिस्तान ने 500 से ज्यादा बार सीजफायर तोड़कर फायरिंग की।1. मई 2014 : 26 मई को मोदी प्रधानमंत्री बने। शपथ ग्रहण में उन्होंने नवाज शरीफ को न्यौता भेजा। पाकिस्तान की आर्मी और वहां के कट्टरपंथियों ने शरीफ के भारत दौरे के खिलाफ थे। फिर भी शरीफ भारत आए। मोदी ने शरीफ की मां के लिए तोहफे में शॉल दी।

2. जून: शरीफ ने मोदी की मां के लिए साड़ी भेजी।

3. जुलाई : एक ही महीने बाद पाकिस्तान ने बॉर्डर पर फायरिंग की। इसमें दो जवान शहीद हो गए थे।

4. अगस्त : में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मुलाकात की। इसके विरोध में भारत ने इस्लामाबाद में होने वाली दोनों देशों के फॉरेन सेक्रेटरी की बातचीत ही रद्द कर दी।

5. सितंबर : नवाज शरीफ ने यूनाइटेड नेशंस के सेक्रेटरी जनरल बान की मून के साथ मुलाकात में कश्मीर का मुद्दा उठा दिया। कहा- यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में कश्मीर का मुद्दा लंबे वक्त से पेंडिंग है। भारत ने इसका विरोध किया।

6. अक्टूबर : एलओसी और बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से जारी फायरिंग के बाद 8 नवंबर 2014 को जम्मू-कश्मीर के उड़ी में फायरिंग में एक महिला की मौत हुई थी। एक जवान शहीद भी हुआ था।

7. नवंबर : मोदी-नवाज नवंबर में सार्क समिट के दौरान मिले। लेकिन दोनों के बीच औपचारिक बातचीत नहीं हुई।

8. मार्च 2015 : फॉरेन सेक्रेटरी एस जयशंकर ने पाकिस्तान के फॉरेन सेक्रेटरी एजाज अहमद चौधरी से मुलाकात की। 2012 के बाद यह पहला मौका था जब दोनों देशों के फॉरेन सेक्रेटरी ने मुलाकात की थी।

9. जून : मोदी बांग्लादेश दौरे पर गए। वहां उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंक फैलाकर भारत की ‘नाक में दम’ कर रखा है। म्यामांर में आर्मी की कार्रवाई के बाद भारत ने कहा कि पश्चिम के पड़ोसी देशों में भी ऐसी कार्रवाई हो सकती है। इशारा पाकिस्तान की ओर था। पाकिस्तान ने इस बयान पर कड़ा एतराज जताया।

10. जुलाई : पहले परवेज मुशर्रफ ने कहा कि पाकिस्तान ने एटम बम क्या शब-ए-बारात के लिए बचाकर रखे हैं। जुलाई में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान एटम बम का इस्तेमाल करने से नहीं चूकेगा।

11. 5 जुलाई : नौगाम सेक्टर में गोलीबारी में एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया। तीन अन्य इलाकों में पाकिस्तान ने फायरिंग की।

12. 7 जुलाई : पाकिस्तान ने जम्मू से 20 किलोमीटर दूर अरनिया सेकटर में बीएसएफ की 6 पोस्ट पर फायरिंग की।

13. 9 जुलाई : मोदी-शरीफ की मुलाकात से पहले पाकिस्तान ने नॉर्थ कश्मीर के बारामूला सेक्टर में फायरिंग की। इसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। कुछ ही घंटों बाद रूस में मोदी-नवाज की डिनर पर अनौपचारिक बैठक हुई।

EXPERT VIEW : मुलाकात से ज्यादा उम्मीद न करें
विदेश मामलों के जानकार जी. पार्थसारथी ने बताया कि मोदी-शरीफ की मुलाकात में पाकिस्तान के विदेश सचिव का भारत दौरा तय हो सकता है। इस मुलाकात से इससे ज्यादा उम्मीद लगाने से पहले पाकिस्तान की अंदरूनी स्थिति देखनी होगी। वहां की फॉरेन और डिफेंस पॉलिसी आर्मी के हाथ में है। अफगानिस्तान, भारत, चीन और अमेरिका से रिश्तों पर सभी फैसले आर्मी ही लेती है। ऐसे में इस मुलाकात से उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ राहिल शरीफ भारत के प्रति नफरत रखते हैं। 1965 की जंग में शरीफ ने चाचा को खोया। 1971 की जंग में भाई को। उन्हीं की फौज के दबाव में पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। शरीफ के पास कुछ करने की पॉलिटिकल पावर भी तो नहीं है। भारत में भी कोई नहीं चाहेगा कि पाकिस्तान को हम कुछ राजनीतिक फायदा दें और वह आतंकवाद के रास्ते पर चलता रहे।

 

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