मोदी- राजनाथ को डोभाल ने सौपी सौ आतंकियों की सूची, कहा- 7 दिन में करेंगे इनका सफाया

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले से मोदी सरकार हिल गई है। देश में सरकार की नाकामी को लेकर उठते सवालों के बीच गृहमंत्री   राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई बैठक में जबर्दस्त कार्रवाई करने की तैयारी पर चर्चा हुई है। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इस घटना के बाद एक और सर्जिकल स्ट्राइक की व्यूहरचना के लिए डोभाल को मोदी और राजनाथ ने पूरी छूट दे दी है। माना जा रहा है कि आतंकियों के खिलाफ सरकार आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। क्योंकि पानी सिर के ऊपर चढ़ चुका है। डोभाल की रणनीति पर सेना ने मंगलवार  शाम से ही काम शुरू कर दिया, जब घाटी में दो आतंकियों की घेराबंदी के बाद उनके एनकाउंटर पर काम चल रहा है

दूसरी तरफ कई राज्यों के चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में भाजपा नेतृत्व को भी लग रहा कि अगर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने में चूक हुई तो कई राज्यों से उनकी सरकारों के पैर उखड़ जाएंगे। वहीं 2019 की राह भी उलझ जाएगी।

अमरनाथ यात्रियों पर हमले में लश्कर-ए-तोयबा की संलिप्तता सामने आई है। हिजबुल और लश्कर के आतंकी सबसे ज्यादा घाटी में खूनी खेल खेलते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने खुफिया एजेंसियों की मदद से हिजबुल और लश्कर के कुल सौ आतंकियों के नाम  और उनके संभावित ठिकानों की सूची तैयार कराई है। इन्हें भारतीय सीमा के अंदर और जरूरत पड़ने पर पीओके में घुसकर मार गिराने की व्यूहरचना रची जा रही है।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर हाईलेवल मीटिंग हुई. इस बैठक की अध्यक्षता एनएसए अजीत डोभाल ने की. इस मीटिंग के बाद डोभाल पीएम नरेंद्र मोदी के घर पहुंचे. हमले को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकियों की कायराना हरकत की निंदा करते हैं.

जम्मू में हुए आतंकी हमलों के बाद उधमपुर समेत देश के कई हिस्सों में सुरक्षा के पुख़्ता बंदोबस्त किए गए हैं.हमले के बाद उधमपुर में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर सुरक्षा काफ़ी बढ़ा दी गई है. इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

जम्मू-कश्मीर में बीती रात आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों पर हमला कर दिया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई. 19 लोग घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक- इस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है. इस हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकवादी अबु इस्माइल है. एक दिन पहले ही पुलिस ने कश्मीर में लश्कर के नेटवर्क का खुलासा किया था और मुजफ्फरनगर के एक शख्स को गिरफ्तार किया था जो कश्मीर में लश्कर के लिए काम करता था. आतंकवादियों ने पहले खन्नाबल में सुरक्षाबलों पर हमला किया और बाद में भागते वक्त बटिंगु में बस में सवार यात्रियों को अपना निशाना बनाया. यह हमला रात 8 बजकर 20 मिनट पर हुआ

जब यह बस बालटाल से जम्मू लौट रही थी. बताया जा रहा है कि यह बस गुजरात से आई थी. यह न तो अमरनाथ यात्रा के आधिकारिक जत्थे का हिस्सा थी और न ही अमरनाथ श्राइन में इसका रजिस्ट्रेशन कराया गया था. लौटते वक़्त आतंकियों ने अरवानी में सीआरपीएफ़ कैंप पर भी फायरिंग की.  सीआरपीएफ़ की 2 बटालियन मौके पर रवाना हो गई हैं.

 

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