याकूब के प्रति हमदर्दी राष्ट्र प्रेम के खिलाफ: वेंकैया नायडू

Venkaiah-Naiduतहलका एक्सप्रेस प्रतिनिधि, हैदराबाद। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने रविवार को निराशा जाहिर करते हुए कहा कि कुछ लोग आतंकी याकूब मेमन की फांसी और आतंकवाद पर राजनीति कर रहे हैं। नायडू ने कहा कि याकूब के प्रति सहानुभूति राष्ट्र प्रेम के खिलाफ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तरह से सहानुभूति जता कर राष्ट्र के रूप में भारत का नुकसान किया जा रहा है। हाल ही में याकूब को 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट में फांसी दी गई है। नायडू ने याकूब की फांसी में कवरेज को लेकर मीडिया पर भी निशाना साधा।
नायडू ने कहा, ‘दुर्भाग्य से कुछ लोग हर मुद्दे पर राजनीति करते हैं। फांसी की सजा और आतंकवाद दोनों अलग-अलग मुद्दा है। लोग इस पर बहस कर सकते हैं।’ नायडू ने कहा, ‘लेकिन जहां तक आतंकवाद से लड़ने की बात है तो वहां हमें एकता का प्रदर्शन करना चाहिए। इस मामले में हमें पूरी ताकत के साथ मुकाबला करना चाहिए। हम बुरी तरह से आतंकवाद से हताहत हो रहे हैं। आतंक का मुख्य लक्ष्य इकॉनमी को नुकसान पहुंचाना और देश को कमजेर करना होता है। ऐसे में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें किसी भी तरह की उदारता या कोमलता का परिचय नहीं देना चाहिए।’ मुंबई में सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी देने के बाद फांसी की सजा पर रही बहस को लेकर नायडू ने कहा, ‘वाकई मैं चकित हूं कि कुछ लोग याकूब मेमन को मिली फांसी पर बहस कर रहे हैं। वह देशद्रोही था, वह एक आतंवादी था और उसने देश को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था। वह निष्पक्ष न्यायिक प्रक्रिया का साथ गुजरा। इसी प्रक्रिया के दौरान उसे सजा मिली और वह सजा लागू हुई।’ नायडू ने कहा, ‘कुछ लोग इस सजा को मानवाधिकार से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं तो कुछ लोग इसे मजहब से जोड़ रहे हैं। आतंकी का कोई मजहब नहीं होता और न ही उसकी कोई जाति होती है। आतंकवादी केवल आतंकवादी है। यदि हम याकूब के साथ सहानुभूति जता रहे हैं तो देश का नुकसान कर रहे हैं।’नायडू ने कहा, ‘मीडिया में याकूब मेमन का जिस तरह के कवरेज किया गया इसे लेकर लोगों में नाराजगी है। देश ने अपने महान सपूत अब्दुल कलाम को खोया था। उनकी अंत्येष्टि चल रही थी लेकिन मीडिया का फोकस याकूब मेमन था। हमलोग यह क्या बहस करे रहे थे?’ नायडू ने उन लोगों की आलोचना की जो न्यायपालिका को चुनौती दे रहे थे। नायडू ने कहा कि यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमलोगों ने देखा कि कुछ लोग और मीडिया का एक तबका जुडिशरी और सरकार की कार्रवाई को चुनौती देने की कोशिश कर रहा था। ओवैसी जैसे लोग कह रहे थे कि दंगे में शामिल लोगों को भी इसी तरह की सजा मिलनी चाहिए। मैं पूछता हूं कि आपको ऐसा करने से किसने रोक रखा है?
बीजेपी नेता ने कहा, ‘हम सिर्फ एक साल पहले सत्ता में आए हैं, ऐसे में इस मुद्दे पर हमें दोषी कैसे ठहरा सकते हैं?’ उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोगों की विचारधारा है ‘आतंकवाद, आतंकवादियों और चरमपंथियों की प्रार्थना करना।’ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की हालिया टिप्पणी, ‘हिन्दू आतंकवाद’ शब्द यूपीए सरकार के दौरान आया, पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। यदि आप कोई मामला उठा रहे हैं, तो इसका अर्थ है कि आप हमारे आलोचकों, आतंक को अंजाम देने वालों के हाथ मजबूत कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कभी नहीं कहा कि यह मुसलमान आतंकवाद, ईसाई आतंकवाद या हिन्दू आतंकवाद। हमने कहा है आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद है और वह मानवता का दुश्मन है और उसे इसी रूप में देखा जाना चाहिए।’

 

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