रशीद ने फिर उगला जहर, कहा-‘पता नहीं किस गाय के चमड़े का मैंने पहना है जूता’

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक और अवामी इत्तेहाद पार्टी के चेयरमैन इंजीनियर शेख अब्दुल रशीद ने गुरुवार को कहा कि कालिख मेरे नहीं हिंदुस्तान के लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के चेहरे पर लगी है। मैंने अपने हमलावरों को माफ कर दिया है, क्योंकि उन्होंने मुहम्मद अली जिन्ना के द्विराष्ट्रीय सिद्धांत को सही ठहराया है। आज महात्मा गांधी का हिंदुस्तान खत्म हो गया है, अब यहां सिर्फ सांप्रदायिक तत्वों का राज है। गौरतलब है कि इंजीनियर रशीद ने गत दिनों गोमांस प्रतिबंध के खिलाफ आवाज उठाते हुए श्रीनगर में बीफ पार्टी का आयोजन किया था। इससे नाराज कुछ लोगों ने दो दिन पहले दिल्ली में उनके चेहरे पर उस समय काली स्याही फेंकी थी, जब वह एक प्रेस वार्ता करने जा रहे थे। दिल्ली से लौटने के बाद यहां पत्रकारों से वार्ता के दौरान काली स्याही लगे अपने कपड़े दिखाते हुए रशीद ने कहा मेरे कपड़ों और चेहरों पर कालिख पोतने वालों ने हिंदुस्तान की छद्म धर्मनिरपेक्षता का काला चेहरा दिखाया है।
नहीं पता किस गाय के चमडे़ का है जूता
इंजीनियर रशीद ने भड़काऊ बयानबाजी को जारी रखते हुए अपने जूते की तरफ इशारा कर कहा कि पता नहीं यह कौन सी गाय के चमड़े का बना हुआ है। यह गाय साक्षी महाराज की थी या मेरी पर है यह गाय के चमड़े का। गाय की पूजा करने वालों को पता होना चाहिए कि कश्मीर में फौज ने भी हजारों गायों को मारा है।
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