लंदन का भव्य सेंट जेम्स कोर्ट होटल अब हिंदुस्तान के ‘पावर ब्रोकर्स’ का बना नया अड्डा

नई दिल्ली। 16 मई 2014 के बाद, नीरा राडिया, दिलीप चेरियन, दीपक तलवार, सुहेल सेठ या अमर सिंह जैसे बड़े खिलाडियों की सत्ता में पैठ ज़रूर कम हुई है लेकिन ऐसा नहीं है कि सरकार में दलाली रूक गयी हो. प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद से दिल्ली के पांच सितारा होटलों से ‘डील मेकर’ आज गुम हो गए हैं लेकिन उन्होंने दलाली बंद कर दी हो, ऐसा कहना गलत होगा.

ताज ग्रुप का लंदन स्थित होटल सेंट जेम्स कोर्ट दलाली का नया पता 

सूत्रों के मुताबिक लंदन का भव्य सेंट जेम्स कोर्ट होटल अब हिंदुस्तान के ‘पावर ब्रोकर्स’ का नया पता है. सेंट्रल लंदन में बकिंघम पैलेस और वेस्टमिनिस्टर से कुछ दूर सेंट जेम्स कोर्ट होटल, अब भारत के बड़े  दलालों का नया अड्डा है. मनमोहन सरकार के वक़्त जहाँ दिल्ली का ताज मान सिंह, ली मेरीडियन और शांगरी-ला होटल दलाली के बड़े गढ़ थे वहीँ अब ये डीलर मोदी के डर से दिल्ली से 6700  किलोमीटर लंदन में बैठकर सेंट जेम्स कोर्ट होटल में बड़ा खेल कर रहे हैं.

किसी धन्ना सेठ के खिलाफ भारत में ED की जाँच हो, किसी बड़ी कम्पनी का सिक्योरिटी क्लियरेंस हो, कोई मोटी फाइल सरकार में फंसी हो या फिर वोडाफोन के अरबों के टैक्स विवाद हों, लंदन के इस होटल में हर मर्ज़ का इलाज़ है. और सबसे बड़ी सुविधा ये है कि लंदन में हर बड़ी डील का ‘मनी एक्सचेंज’ बड़े इत्मीनान से होटल के पॉश क्लब में  बैठे बैठे हो जाता है.

शुरुआती झटके के बाद ‘गुज्जू लॉबी’ ने फिर से शुरू की थी दलाली 

दरअसल मोदी ने आते ही जिस तरह पेट्रोलियम मंत्रालय में दस्तावेज़ों को लेकर रिलायंस और एस्सार के लिए लाइजनिंग करने वालों के यहाँ छापेमारी की उससे दिल्ली के दलालों में हड़कंप मच गया. पीआर एजेंसी के मालिक दिलीप चेरियन और पेज थ्री के हीरो सुहेल सेठ जैसों की बोलती बंद हो गई. रतन टाटा और मुकेश अम्बानी के लिए लाइजनिंग करने वाली नीरा राडिया पहले ही इस धंधे को तौबा कर चुकी थीं.

प्रभु चावला टाइप पत्रकारों के आइकॉन अमर सिंह और राजीव शुक्ला से भी मोदी किनारा कर चुके थे. लेकिन मोदी की दलालों पर चाबुक ज्यादा दिन नहीं चल पायी, ऐसा अब दिखने लगा है. सच तो ये है कि छद्म विचारधारा और उसूलों वाले देश में भला दलाली और चोरी कैसे रुक सकती है. 2015 आते आते गुजरात की लॉबी जिसमे केतन देसाई जैसे सीबीआई के ‘मान्यता प्राप्त दलाल’ प्रमुख थे ने सरकार में ‘गुज्जू कनेक्शन’ के ज़रिये रसूख बनाना शुरू किया.

देसाई का वसंत विहार स्थित एक चेला फिर दलाली को सेंट जेम्स कोर्ट होटल जैसे सुरक्षित ठिकाने पर ले गया जहाँ अजित डोभाल के गुप्तचरों से साफ़ बचा जा सकता था. सूत्रों के मुताबिक कुछ अरसे से सेंट जेम्स कोर्ट होटल में ED के कुछ चर्चित अफसरों के दलाल खुले आम विजय माल्या और ललित मोदी के साथ देखे गए.

वैसे भी ED के कुछ ‘बड़े मालदार अफसर’ मोदी की ईमानदार छवि पर कलंक से अधिक नहीं है. मोदी ने जिस तरह राकेश अस्थाना जैसे ईमानदार अफसर सीबीआई में नियुक्त करके रंजीत सिन्हा जैसे  भ्रष्ट अधिकारीयों से एजेंसियों को कुछ हद तक राहत दी है वहीँ ED में व्यापक भ्रष्टाचार रोकने में प्रधानमंत्री बेबस हैं.

इंडिया संवाद आपको सेंट जेम्स कोर्ट की कुछ और सत्यकथाएं बताएगा जिसे पढ़कर आप चौंक उठेंगे।

 

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