वन रैंक वन पेंशन की मांग: समर्थन देने पहुंचे राहुल के खिलाफ लगे वापस जाओ के नारे


पूर्व सैनिकों ने राहुल गांधी ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि पूर्व सैनिकों ने देश को अपना जीवन दिया है। इन लोगों को यहां से हटाना नहीं चाहिए। पीएम अब तकनीकी दिक्कतों का बहाना बना रहे हैं। यह बात उन्हें वादा करने से पहले सोेचनी चाहिए थी। पीएम को वन रैंक वन पेंशन लागू करने की तारीख बतानी चाहिए। बीजेपी के प्रवक्ता सुंधाशु त्रिवेदी ने कहा है, ‘राहुल गांधी सहानुभूति नहीं दिखा रहे हैं, बल्कि घावों पर नमक छिड़क रहे हैं। उनके (राहुल के) घड़ियाली आंसुओं से पूर्व सैनिकों की समस्या का समाधान नहीं होगा। मजाक जरूर उड़ेगा।’ दिल्ली पुलिस की इजाजत के बाद पूर्व सैनिकों का धरना जारी है। इससे पहले शुक्रवार को जंतर-मंतर खाली कराने पहुंची पुलिस का पूर्व सैनिकों ने विरोध किया था। इस दौरान हल्की झड़प भी हुई। पूर्व सैनिकों पर की गई इस कार्रवाई का दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस ने विरोध किया। हालांकि जंतर-मंतर से दूसरे प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया।
दरअसल, स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए दिल्ली में सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स काफी सख्त कर दिए गए हैं। इसी सिलसिले शुक्रवार को जंतर-मंतर को भी खाली कराया जा रहा है जहां तमाम संगठन धरना और विरोध प्रदर्शन करते हैं। पूर्व सैनिकों ने जंतर-मंतर से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उन्हें इसके लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट कर अपना विरोध जारी किया। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, एक्स सर्विसमेन को जबरदस्ती जंतर-मंतर से हटाया गया। उन्होंने अंत तक हमारी रक्षा की अब वे इंडिपेंडेंस डे के लिए सिक्योरिटी थ्रेट हो गए हैं।” एक और ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, “जिन हुक्मरानों को अपनी जनता से डर लगने लगे और जनता से बचने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़े तो समझो उन हुक्मरानों के शासन की उलटी गिनती शुरू।”
कांग्रेस ने भी पूर्व सैनिकों पर की गई कार्रवाई का विरोध किया है। कांग्रेस नेता आर.एस.सुरेजवाला ने कहा कि पीएम को तुरंत वन रैंक वन पेंशन की मांग को मान लेना चाहिए और साथ ही पूर्व सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए।
दरअसल, स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए दिल्ली में सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स काफी सख्त कर दिए गए हैं। इसी सिलसिले शुक्रवार को जंतर-मंतर को भी खाली कराया जा रहा है जहां तमाम संगठन धरना और विरोध प्रदर्शन करते हैं। पूर्व सैनिकों ने जंतर-मंतर से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उन्हें इसके लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट कर अपना विरोध जारी किया। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, एक्स सर्विसमेन को जबरदस्ती जंतर-मंतर से हटाया गया। उन्होंने अंत तक हमारी रक्षा की अब वे इंडिपेंडेंस डे के लिए सिक्योरिटी थ्रेट हो गए हैं।” एक और ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, “जिन हुक्मरानों को अपनी जनता से डर लगने लगे और जनता से बचने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़े तो समझो उन हुक्मरानों के शासन की उलटी गिनती शुरू।”
कांग्रेस ने भी पूर्व सैनिकों पर की गई कार्रवाई का विरोध किया है। कांग्रेस नेता आर.एस.सुरेजवाला ने कहा कि पीएम को तुरंत वन रैंक वन पेंशन की मांग को मान लेना चाहिए और साथ ही पूर्व सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए।
लाल किले के आस-पास नो फ्लाइंज जोन
लालकिले के आस-पास पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। लाल किले के आस-पास नो फ्लाइंग जोन रहेगा। आईबी के लोग यहां नजर रख रहे हैं। चौबीस घंटे पहले से ही दिल्ली के तमाम बार्डर सील कर दिए जाएंगे। यह पहली बार होगा जब लाल किले की प्राचीर से 500 मीटर रेडियस तक एनएसजी, एसडब्लूयएटी और बीएसएफ कमांडो तैनात होंगे।
लाल किले के दो बुर्ज पर हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं जिसके जरिए इस ऐतिहासिक इमारत के पांच किलोमीटर के रेडियस में हर हरकत पर नजर रखी जाएगी। 100 से ज्यादा स्पेशल मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। पीएम मोदी और दूसरे वीवीआईपी जिन रास्तों से गुजरेंगे वहां, करीब 6000 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। लाल किले में ही एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जहां से पूरे प्रोग्राम पर नजर रखी जाएगी।
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