शिवराज के मंत्री ने कहा- गैस कांड में 5000 मरे, अर्जुन सिंह ने कुर्सी छोड़ी थी क्‍या?

VYAPAM8तहलका एक्सप्रेस ब्यूरो, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के व्यापमं (व्‍यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश दिए जाने के बाद कांग्रेस अब सीएम शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस की इस मांग को बेतुका बताते हुए राज्‍य के होम मिनिस्टर बाबूलाल गौर ने कहा, “भोपाल में हुए गैस कांड में पांच हजार लोग मारे गए थे। इस मामले की जांच भी सीबीआई को सौंपी गई थी। क्या इसके बाद तत्कालीन सीएम अर्जुन सिंह ने इस्तीफा दिया था? फिर चौहान ऐसा क्यों करें?” इस बीच, खबर है कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज शाम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिल सकते हैं। इस मुलाकात में एमपी के गवर्नर रामनरेश यादव को लेकर कुछ फैसला हो सकता है। वहीं, जर्नलिस्ट अक्षय सिंह के परिवार ने एमपी के सीएम शिवराज द्वारा मदद की पेशकश को साफ तौर पर ठुकरा दिया है। मध्य प्रदेश के व्यापमं (व्‍यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले में गवर्नर रामनरेश यादव को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मिनिस्ट्री में इमरजेंसी बैठक की। सूत्रों के हवाले से खबर है कि गुरुवार शाम राजनाथ सिंह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे और इस मीटिंग के बाद एमपी के गवर्नर के भविष्य पर फैसला हो सकता है। हालांकि इस गवर्नर से संबंधित मामले पर आखिरी फैसला पीएम मोदी के देश लौटने के बाद ही किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि मोदी सीएम शिवराज सिंह चौहान और मध्‍य प्रदेश के पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से भी काफी नाराज हैं। मोदी के ऑर्डर पर ही अब इस मामले की जांच पड़ताल की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को सौंपी गई है। इस बीच, शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को टीवी जर्नलिस्ट अक्षय सिंह के परिवार से मुलाकात की और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। व्यापमं घोटाले की रिपोर्टिंग के दौरान अक्षय की मौत हो गई थी।
चैनल ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जिस तरह से व्यापमं मामले को लेकर नेशनल और इंटरनेशनल मीडिया में खबरें चल रही हैं उससे पार्टी की इमेज खराब हुई है। सोशल मीडिया पर भी एमपी सरकार को लेकर लोग कमेंट कर रहे हैं। सीएम चौहान ने इस मामले में एक्शन लेने में काफी देर कर दी। मोदी इसी से नाराज हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर जो बयान दिया उससे भी मोदी बेहद नाराज हैं। बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय पहले मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर थे और कुछ दिनों पहले ही उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल का प्रभारी बनाया गया है। कैलाश ने अक्षय सिंह की मौत पर मीडिया के सामने जो बयान दिया था उसकी काफी आलोचना हुई थी, हालांकि बाद में कैलाश ने इस मामले पर माफी मांग ली थी। दिल्‍ली में बुधवार देर रात अनंत कुमार ने अपने घर पर मध्‍यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक भी की। मध्य प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार चौहान को भी इस बैठक के लिए बुलाया गया। चौहान पुणे में थे। वे विशेष विमान से दिल्ली पहुंचे। बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, शिवराज ने व्यापमं मामले में अपनी सरकार का पक्ष रखा। चर्चा यह भी है कि मध्य प्रदेश के कई मंत्री इस दौरान दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और सीनियर नेताओं के संपर्क में हैं।

 अक्षय की फैमिली ने ठुकराई शिवराज की मदद, कहा- केवल निष्पक्ष जांच चाहिए
 जर्नलिस्ट अक्षय सिंह के परिवार ने एमपी के सीएम शिवराज द्वारा ऑफर की गई हेल्प को ठुकरा दिया है। बता दें कि अक्षय की पिछले दिनों एमपी के झाबुआ में उस समय संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी जब वे व्यापमं मामले की कवरेज कर रहे थे। गुरुवार को सुबह शिवराज अक्षय के घर पहुंचे और उनके परिवार से मुलाकात की। शिवराज ने आर्थिक मदद के साथ ही अक्षय की बहन को दिल्ली स्थित एमपी हाउस में सरकारी नौकरी की पेशकश भी की। शिवराज द्वारा मदद की पेशकश ठुकराते हुए अक्षय की बहन ने कहा, “हमें पैसा या नौकरी नहीं चाहिए बल्कि हम अक्षय की मौत की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। शिवराज हमारे घर आए और दुख जताने के बाद हेल्प ऑफर की लेकिन शिवराज आखिरकार एक पॉलिटिशियन ही तो हैं, हम देखते हैं कि वो किस तरह की जांच कराते हैं।” व्यापमं घोटाले के चर्चा में आने के बाद प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक सर्वे करा रहा है। संघ के कुछ सीनियर लोग भाजपा और अन्य संगठनों के लोगों से पूरे मामले पर उनकी राय ले रहे हैं। इसके अलावा एक टीम सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली हर पोस्ट पर भी नजर रखे हुए है। मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत भोपाल आकर इस सर्वे का फीडबैक लेंगे। भागवत की मौजूदगी में रविवार को संघ की बैठक होगी। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और संगठन महामंत्री अरविंद मेनन मौजूद रहेंगे।
गवाह की मौत
व्‍यापमं घोटाले से जुड़े कॉन्स्टेबल भर्ती गड़बड़ी मामले में गवाह बने एक सिपाही की लंबी बीमारी के कारण मौत हो गई। इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब गवाही के लिए एसटीएफ की स्पेशल कोर्ट ने उसे समन भेजा। सूत्रों के मुताबिक, समन लेकर हमीरपुर स्थित उसके घर पहुंची एसटीएफ को पता चला कि गवाह संजय सिंह यादव की दो महीने पहले ही मौत हो चुकी है। बुधवार को एक एफिडेविट देते हुए एसटीएफ ने अदालत को यह जानकारी दी। एसटीएफ के रिकॉर्ड में व्यापमं मामले से जुड़ी ये 34वीं मौत है।
वकील ने कहा, मुझे मारने की कोशिश
 डीमेट मामले में पैरवी कर रहे सीनियर एडवोकेट और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदर्शमुनि त्रिवेदी का कहना है कि उनकी खुराक में जहर मिलाकर उन्हें मारने की कोशिश की गई है। रविवार रात उनकी तबीयत अचानक से खराब हो गई। बुधवार दोपहर जब उन्हें उल्टियां शुरू हुईं तो डॉक्टरों को घर बुलाया गया। त्रिवेदी इससे पहले व्यापमं मामले में भी पैरवी कर चुके हैं।
 

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