संसद में काली पट्टी बांधकर पहुंचे कांग्रेसी, स्पीकर ने दी कार्रवाई की वॉर्निंग
तहलका एक्सप्रेस ब्यूरो, नई दिल्ली। ललितगेट मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस के सांसद मानसून सत्र के दूसरे दिन बुधवार को लोकसभा में काली पट्टी बांधकर पहुंचे। इनमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे। सांसदों ने ‘बड़ा मोदी मेहरबान तो छोटा पहलवान’, ‘मोदी चुप्पी तोड़ो’ लिखी तख्तियां भी ले रखी थीं। इस पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने ऐतराज जताया और कहा कि मेंबर्स का यह बर्ताव सही नहीं है। स्पीकर ने काली पट्टी हटाने के लिए कहा। चेतावनी दी कि ऐसा न करने वालों के खिलाफ अनुशासन तोड़ने को लेकर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले, स्पीकर ने कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया। पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से कथित रिश्तों को लेकर उनके इस्तीफे की मांग कर रही कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में हंगामा जारी रखा। हंगामे की वजह से कार्यवाही कई बार स्थगित की गई।
बुधवार की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में भी ललित मोदी विवाद पर हंगामा शुरू हो गया। 15 मिनट कार्यवाही टलने के बाद जब दोबारा से कामकाज शुरू हुआ तो बीएसपी चीफ मायावती ने सरकार पर ललित मोदी विवाद को लेकर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार वसुंधरा और सुषमा, दोनों महिलाओं के खिलाफ एक्शन लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने व्यापमं घोटाला मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की। उनका कहना था कि व्यापमं घोटाला राज्य का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है। बीजेपी व्यापमं घोटाले को राज्य का मुद्दा बताकर चर्चा से इनकार कर चुकी है। वहीं, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि व्यापमं घोटाले में राज्य के बाहर के लोग भी मारे गए हैं, इसलिए उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। राज्यसभा में एक बार हंगामा इतना बढ़ा कि चेयरमैन हामिद अंसारी को कहना पड़ा कि क्वेश्वन आवर में क्वेश्चन की बातें कीजिए।
बुधवार की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा में भी ललित मोदी विवाद पर हंगामा शुरू हो गया। 15 मिनट कार्यवाही टलने के बाद जब दोबारा से कामकाज शुरू हुआ तो बीएसपी चीफ मायावती ने सरकार पर ललित मोदी विवाद को लेकर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार वसुंधरा और सुषमा, दोनों महिलाओं के खिलाफ एक्शन लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने व्यापमं घोटाला मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की। उनका कहना था कि व्यापमं घोटाला राज्य का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दा है। बीजेपी व्यापमं घोटाले को राज्य का मुद्दा बताकर चर्चा से इनकार कर चुकी है। वहीं, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि व्यापमं घोटाले में राज्य के बाहर के लोग भी मारे गए हैं, इसलिए उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। राज्यसभा में एक बार हंगामा इतना बढ़ा कि चेयरमैन हामिद अंसारी को कहना पड़ा कि क्वेश्वन आवर में क्वेश्चन की बातें कीजिए।
राज्यसभा में बीजेपी के बचाव में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि विपक्ष बहस नहीं, बल्कि हंगामा चाहता है। संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भी सुषमा का इस्तीफा मांग रहे सदस्यों को कहा, ” सात कांग्रेस शासित राज्यों के मंत्रियों और नेताओं पर आरोप हैं, क्या वे इस्तीफा देने जा रहे हैं?” बाद में नायडू के चैंबर में एक बैठक भी हुई। इसमें सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और नितिन गडकरी शामिल हुए। इससे पहले, संसदीय बल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा कि वे सरकार के काम पर गर्व करें।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]