समंदर में पकड़ी गई संदिग्ध बोट, पाकिस्तानी आईडी के साथ एक अरेस्ट


3 जुलाई को भारतीय कोस्ट गार्ड के अफसरों को केरल पुलिस से तिरुअनंतपुरम से 100 किलोमीटर दूर समंदर में एक संदिग्ध बोट के बारे में इनपुट मिला था। उसकी लोकेशन अलप्पी (वेस्ट) के पास पाई गई थी। बोट से गहरे समुद्र के भीतर हाईबैंड की फ्रिक्वेंसी का इस्तेमाल किए जाने के संकेत मिले थे। कोस्ट गार्ड के रीजनल हेडक्वॉर्टर को इसकी जानकारी दी गई। कोस्ट गार्ड ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बोट की तलाश में डॉर्नियर एयरक्राफ्ट को कोच्चि से और कोस्ट गार्ड शिप समर और अभिनव को संदिग्ध बोट का पता लगाने भेजा गया था। डॉर्नियर ने समंदर में संदिग्ध बोट की तलाश कर ली, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से बोट में सवार मछुआरों से 4 जुलाई को संपर्क हो पाया। उसी रात कोस्ट गार्ड शिप अभिनव और समर ने भी समुद्र के भीतर इस संदिग्ध बोट ‘बारूकी’ की पहचान कर ली थी। बोट को कोस्ट गार्ड शिप की निगरानी में किनारे की तरफ लाया गया। बोट में सवार 11 लोग कलात (ईरान) से है और यह बोट 25 मई को वहां से रवाना हुई थी। बोट को किनारे पर लाए जाने के बाद जब सुरक्षा बलों ने इनके बोर्डिंग पास और किस देश ने इन्हें जारी किया इसकी जानकारी ली। सुरक्षा एजेंसियों को पता चला कि बोट को विजिंगजाम हार्बर पर भी सुरक्षा दी गई थी। आईबी, लोकल पुलिस और साइंटिफिक एक्सपर्ट और बम डिस्पोजल स्क्वॉड ने बोट की जांच की। जांच में इस संदिग्ध बोट से एक थुराया कम्युनिकेशन सिस्टम और पाकिस्तानी आईडी कार्ड मिला। फिलहाल, कोस्टगार्ड ने इस बोट को जब्त कर 5 जुलाई की शाम स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। अब पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
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