सर्जिकल स्ट्राइक-2? 15 महीने, LoC पार दो एक्शन, PAK के आतंक पर एक जैसा प्रहार

शनिवार को राजौरी के केरी इलाके से सटी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर तोड़ते हुए भारतीय सैनिकों पर फायरिंग की थी. जिसमें एक मेजर और तीन जवान शहीद हो गए थे. अपने जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए सैनिक एलओसी पार चले गई.
ऐसा पूरा किया ऑपरेशन
इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के जवान बॉर्डर के उस पार चले गए. दरअसल, सेना एलओसी पार जाकर आईडी प्लांट कर रही थी. इसी दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के साथ क्रॉस फायरिंग हुई. इस फायरिंग में भारतीय जवानों ने तीन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया. पाकिस्तानी सीमा में घुसकर भारतीय जवानों की इस बड़ी कार्रवाई को एक और सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में देखा जा रहा है.
15 महीने बाद सीमा पार जाकर जवाब
इससे पहले भारतीय सेना ने 2016 में पाकिस्तान की सीमा में घुसकर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया था. 28 और 29 सितंबर 2016 की रात को नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय जवानों ने सात आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. यह सेना की उन आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई थी, जो नियंत्रण रेखा के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की साजिश रच रहे थे.
भारत ये यह सर्जिकल स्ट्राइक जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में स्थित सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद की थी. उस आतंकी हमले में 19 जवानों की शहादत हुई थी.
अब एक बार फिर भारतीय सेना ने अपने जवानों की शहादत का बदला लिया है. लेकिन इस बार भारतीय जवानों ने तुरंत एक्शन लिया है. शनिवार को पाकिस्तान के हमले में जवान शहीद हुए और मंगलवार आते-आते भारतीय जवान सीमा पार चले गए और पाकिस्तानी सेना को उसकी हद में घुसकर बदला लिया.
मई 2017 में भी दिया था करारा जवाब
पहली सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय जवानों ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में इसी साल मई में मुंहतोड़ जवाब दिया था. जवानों ने सीमा पार पाकिस्तानी चौकियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें ध्वस्त कर दिया था. भारतीय सेना ने अपनी कार्रवाई का बाकायदा 30 सेकेंड का एक वीडियो भी जारी किया था. इस कार्रवाई को पाकिस्तान के खिलाफ भारत की दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक के तौर पर देखा गया.
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