सिंचाई घोटाला: ए. सी. बी. ने पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार से शुरू की पूछताछ

बेबाक राशिद सिद्दीकी /तहलका एक्सप्रेस
मुंबई। महाराष्ट्र के बहुचर्चित 70 हजार करोड़ रुपए के सिंचाई घोटाले में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री रहे एनसीपी नेता अजित पवार के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। अजित पवार एंटी करप्शन ब्यूरो(एसीबी) के मुंबई स्थित कार्यालय में बुधवार को पूछताछ के लिए हाजिर हुए। इससे पहले बाणगंगा सिंचाई परियोजना घोटाला मामले में मंगलवार को एनसीपी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील तटकरे से पूछताछ हो चुकी है।
कांग्रेस-राकांपा सरकार के कार्यकाल में हुए इस घोटाले में एसीबी ने 11 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया था। इसमें सिंचाई विभाग के छह अधिकारियों का नाम भी शामिल है। संबंधित परियोजना कोंकण इरिगेशन डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन ने 22 जुलाई, 2011 को मंजूर की थी। जांच में पाया गया कि परियोजना की लागत 56 करोड़ रुपये थी, लेकिन एक ही महीने में यह लागत बढ़कर 320 करोड़ रुपये और एक साल बाद यह लागत 614 करोड़ रुपये हो गई।
जांच में यह भी पाया गया कि परियोजना के निर्माण का ठेका एफए एंटरप्राइजेस को दिया गया। इसके लिए वन विभाग और पर्यावरण डिपार्टमेंट से क्लियरेंस नहीं ली गई और टेंडर की अन्य शर्तों का भी उल्लंघन किया गया। उस वक्त देवेंद्र फडणवीस विपक्ष में थे और उन्होंने ही इस महत्वाकांक्षी सिंचाई परियोजना में कथित भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी। सत्ता में आने के बाद फडणवीस ने एसीबी से तटकरे सहित एनसीपी के अन्य नेता जैसे अजित पवार और छगन भुजबल द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार की खुली जांच करने को कहा था।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]