सीबीआई जांच हो रही है प्रभावित, हजार से ज्यादा पद हैं खाली

लखनऊ। देश के किसी भी कोने में जब कोई बड़ा अपराध होता है, तो लोग लामबंद होकर सीबीआई जांच की मांग करते हैं। पीड़ितों को लगता है कि ये केंद्रीय जांच एजेंसी ही उन्हें न्याय दिला सकती है, लेकिन सीबीआई की दिक्कत किसी को नहीं दिखती। दिक्कत ये कि जांच एजेंसी के पास कर्मचारियों से लेकर अफसरों की जबरदस्त कमी है। हालत ये है कि एक हजार से ज्यादा पदों के खाली होने की वजह से आए दिन जांच मिलने पर उसके अफसरों को भी पसीना आने लगता है। ऐसे में एजेंसी ने कॉन्ट्रैक्ट पर कुछ स्टाफ रखा है।
जुलाई 2015 की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई में 1142 पद खाली हैं। इनमें स्पेशल डायरेक्टर से लेकर टेक्निकल स्टाफ, लॉ ऑफिसर और कुक के भी पद हैं। मुख्यालय की ओर से मिले आंकड़ों में दिलचस्प पहलू ये भी है कि सीबीआई में चार की जगह सिर्फ एक स्पेशल डायरेक्टर तैनात है। तीन पद खाली हैं। वहीं, 10 में से छह एसएसपी के पद भी खाली पड़े हैं। सीबीआई मुख्यालय के मुताबिक जांच एजेंसी में कुल 6676 पद हैं। वहीं, एक हजार से ज्यादा खाली पदों के मुकाबले उसके पास लंबित मामलों की संख्या ज्यादा है। हालत ये है कि अदालतों में मुकदमा लड़ने के लिए सीबीआई को 11 विशेष अभियोजक, आठ लोग अभियोजक और पांच सहायक अभियोजक कॉन्ट्रैक्ट पर रखने पड़े हैं।
तकनीकी स्टाफ भी कॉन्ट्रैक्ट पर
सीबीआई को इसके साथ ही तकनीकी स्टाफ भी कॉन्ट्रैक्ट पर रखा है। इनमें बैंकिंग और फॉरेन ट्रेड मामलों में 10, इंजीनियरिंग में पांच, इंश्योरेंस और टैक्सेशन में दो और 13 कम्प्यूटर प्रोफेशनल हैं। इस तरह कॉन्ट्रैक्ट पर 30 स्टाफ के जरिए सीबीआई काम चला रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक आला अफसर ने बताया कि रिक्त पदों को भरा जाए और नए पद सृजित हों, तो जांच में तेजी आएगी। इससे पीड़ितों को जल्दी न्याय मिलेगा और केंद्रीय जांच एजेंसी की साख भी बढ़ेगी। बता दें कि सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर के साथ ही ज्वॉइंट डायरेक्टर, डीआईजी, एसएसपी, एसपी, एएसपी, डीएसपी और निरीक्षक के पद भी खाली पड़े हैं।
जानिए कहां कितने पद हैं रिक्त
मुख्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक़ सीबीआई में एग्जीक्यूटिव रैंक के कुल 4544 के मुकाबले कुल 3790 पदों पर ही नियुक्ति हुई है। इस लिहाज से 754 पद रिक्त हैं। जबकि, लॉ ऑफिसर्स के कुल 340 पदों में सिर्फ 228 पदों पर ही नियुक्तियां हुई हैं और 112 पद खाली हैं। जांच में तकनीकी तौर पर सहयोग करने वाले 162 लोगों की जगह सिर्फ 97 कर्मचारी हैं और 65 पद खाली हैं। वहीं, मिनिस्ट्रियल स्टाफ के कुल 1560 पदों में 1375 पर ही नियुक्तियां हुई हैं और 185 पद खाली हैं। कैंटीन पोस्ट के 70 पदों में 44 पर ही लोग हैं, जबकि 26 पद खाली हैं।
सीबीआई जांच की संस्तुति का हाल
राजधानी के मोहनलालगंज में महिला की हत्या हो या हाल ही संदिग्ध परिस्थितियों में पूर्व मंत्री अमरमणि की बहू सारा की मौत का मामला हो, यूपी सरकार की ओर से सीबीआई जांच का आग्रह होने के बाद भी जांच अभी तक शुरू नहीं हुई है। जांच एजेंसी ने राज्य सरकार की सिफारिश को खारिज भी नहीं कराया है। वहीं, पीड़ित जांच एजेंसी के सहारे हैं। सारा की मां सीमा सिंह ने हाल ही में सीएम अखिलेश यादव से मिलकर जांच जल्दी शुरू कराने की गुहार भी लगाई थी।
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