स्वाति ने पहले LG पर लगाया आरोप, अब बोलीं- DCW में रची जा रही है साजिश


स्वाति ने ट्वीट किया, ”एलजी ऑफिस ने खंडन किया है कि वहां से DCW में कोई फोन नहीं किया गया। शॉकिंग। DCW ने हमसे झूठ क्यों बोला कि एलजी दफ्तर से फोन आया था। क्यूं DCW ने हमारी नेम प्लेट हटाई? फाइल्स ले ली और ऑफिस न आने को कहा? उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में एलजी से मिलने का वक्त मांगा है। उन्होंने कहा, ” मैं तीन दिन से एलजी से मिलने का समय मांग रही हूं। आज बी मांग रही हूं ये समझने के लिए की सच क्या है। आशा करती हूं वो समय देंगे।” बता दें कि इससे पहले बुधवार की रात मालीवाल ने ट्वीट कर जंग पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, ‘‘एलजी साहब ने कॉल करके बोला है कि गुरुवार से मुझे ऑफिस नहीं आना है। मेरी सारी फाइलें वापस ली जा रही हैं। दिल्ली महिला आयोग पर ताला लगा दिया जाएगा।’’ दूसरी ओर, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है था कि स्वाति ही चेयरपर्सन बनी रहेंगी। स्वाति के आरोपों के बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग के ऑफिस ने स्वाति मालीवाल के सभी आरोपों को गलत बताया। LG ऑफिस ने कहा कि उनके यहां से न तो स्वाति मालीवाल और न ही महिला आयोग के ऑफिस को कोई फोन किया गया है। जंग के ऑफिस से कहा गया कि गवर्नर की भी स्वाति से कभी कोई बातचीत ही नहीं हुई है।
एलजी ऑफिस ने कहा- केवल सीएम हाउस को लिखा गया था लेटर
एलजी ऑफिस ने सीएम ऑफिस को एक लेटर लिखा है। इसमें कहा, ‘संविधान के अनुच्छेद-239 और 239एए के तहत लेफ्टिनेंट गवर्नर ही दिल्ली में सरकार है। टॉप पोस्ट पर अप्वाइंटमेंट्स और सभी बड़े मामलों में फैसले लेने का हक केवल एलजी को है। मालीवाल की नियुक्ति गलत है।’
एलजी ऑफिस ने सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के चीफ सेक्रेटरी से 28 जुलाई तक जवाब मांगा है, ‘क्या इस अप्वाइंटमेंट में सभी रूल्स फॉलो किए गए हैं? एलजी की परमिशन के बिना उनके नाम से ऑर्डर कैसे दे दिए गए?’ वहीं, दिल्ली सरकार ने कहा है कि DCW चेयरपर्सन के अप्वाइंटमेंट में एलजी का कोई रोल नहीं होता। इसलिए अप्वाइंटमेंट से पहले उनकी परमिशन नहीं ली गई।
मालीवाल ने माना- अप्वाइंटमेंट में गलती हुई
मालीवाल ने बुधवार दोपहर में कहा था कि मामला सिर्फ इतना है कि मेरे अप्वाइंटमेंट की फाइल एलजी ऑफिस को नहीं भेजी गई लेकिन यह कोई बड़ा मामला नहीं है। ये केवल एक टेक्निकल फॉल्ट है जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।’ बाद में एक ट्वीट कर मालीवाल ने कहा, ‘मेरा कॉन्फिडेंस आज तक कोई कम नहीं कर पाया है। मैं 10 साल से इसी सिस्टम में महिलाओं के लिए लड़ रही हूं और आगे भी लड़ती रहूंगी।’ बता दें कि ‘आप’ नेता नवीन जयहिंद की पत्नी मालीवाल केजरीवाल की सलाहकार भी हैं।
2 महीने से जारी है नजीब और दिल्ली की केजरीवाल सरकार के बीच जंग
– लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग ने 15 मई को अपने आदेश में कहा था कि आईएएस अफसर शकुंतला गैमलिन दिल्ली की अंतरिम चीफ सेक्रेटरी रहेंगी। इस पर केजरीवाल ने कहा कि गैमलिन इस पोस्ट के लिए उपयु्क्त नहीं हैं।
– विवाद राष्ट्रपति भवन के जरिए केंद्र के पास पहुंचा। मोदी सरकार ने जंग के पक्ष में एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें संविधान के अनुच्छेद 239 एए का हवाला दिया। कहा- पब्लिक ऑर्डर, पुलिस, जमीन से जुड़े मामले और सर्विसेस के मामलों में अप्वाइंटमेंट का हक लेफ्टिनेंट गवर्नर को है।
– इस नोटिफिकेशन की एक लाइन के कारण केजरीवाल, नजीब और केंद्र के बीच जंग कानूनी लड़ाई में बदल गई। नोटिफिकेशन में कहा गया कि दिल्ली का एंटी करप्शन ब्यूरो केंद्र के अफसरों और स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकता।
– इस बीच, एसीबी द्वारा गिरफ्तार पुलिस कॉन्स्टेबलों की जमानत अर्जी पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही थी। हाईकोर्ट ने अर्जी ठुकराते हुए कहा- दिल्ली के एसीबी को रोकता केंद्र का नोटिफिकेशन संदिग्ध है। इसके खिलाफ केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
– 17 जुलाई को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक टीवी इंटरव्यू में दिल्ली पुलिस को ‘ठुल्ला’ कहा। इस पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बीएस बस्सी ने सख्त एतराज जताया। कहा- ‘सीएम पुलिस की इज्जत करना सीखें।’
– पिछले दिनों आम आदमी पार्टी की सरकार ने स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग का चेयरपर्सन बना दिया। इसके बाद से केजरीवाल सरकार और एलजी आॅफिस के बीच इस मुद्दे पर मतभेद चल रहे थे।
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