एक तरफ लालू की सजा, दूसरी तरफ आरजेडी का डगमगाता भविष्य और तीसरी तरफ तेजस्वी का ऐलान कि शेर का बेटा हूं कभी भी नहीं डरूंगा

लालू प्रसाद यादव को कोर्ट से साढ़े तीन साल की सजा का ऐलान हो गया है। इससे अब लालू की पार्टी आरजेडी का भविष्य खतरे में है। कोर्ट ने लालू पर 5 लाख रुपये का फाइन भी लगाया है। ऐसे में साढ़े तीन साल तक सत्ता से दूर रहने बाद लालू वापसी भी करेंगे तो पार्टी के लिए कई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। लालू के बेटे तेजस्वी का कहना है कि फैसले की समीक्षा करने के बाद हाईकोर्ट में अपील की जाएगी। हालांकि ये भी मुश्किल लग रहा है कि हाईकोर्ट से लालू को कोई राहत मिल सके। खऐर इन सबके बीच लालू के बेटे तेजस्वी मीडिया के सामने आए और कहा कि मैं शेर का बेटा हूं किसी से नहीं डरूंगा। लालू जबसे दोषी ठहराए गए थे, तबसे ही उनकी पार्टी के भविष्य पर सवाल उठ रहे थे।

अब तो राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा और तेज हो गई है कि आखिर आरजेडी का क्या होगा। कुछ जानकार कहते हैं कि लालू के बाद पार्टी में बड़े लेवल पर फूट पड़ सकती है। हालांकि फूट और तनाव की बातों से तेजस्वी पहले भी इनकार करते रहे हैं।लालू को सजा दिए जाने से पहले ही तेजस्वी ने एक बार फिर से विपक्ष को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि ‘शेर का बेटा हूं, डरूंगा नहीं। मुझे किसी पद लालच नहीं है।’ तेजस्वी पर पहले भी आरोप लगा चुके हैं कि अगर लालू बीजेपी के साथ होते तो कुछ नहीं होता। अब तेजस्वी ने ये बताने की कोशिश की है कि लालू के जेल जाने से कुछ खतरा नहीं है। हालांकि राजनीति की ये डगर अब लालू परिवार के लिए खतरे की घंटी बजा रही है।

तेजस्वी का कहना है कि जनता ने उन पर भरोसा किया है और वो अपने दायित्व को पूरा करेंगे। इससे पहले भी तेजस्वी ने कहा था कि बिहार की जनता लालू के साथ है। उन्होंने कहा था कि विपक्ष इस गलतफहमी में है कि लालू के जेल जाने से सब खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता हमारे साथ है और विपक्ष को इसका जवाब दिया जाएगा।  खबर तो ये भी मिल रही है कि लालू को सजा के ऐलान के बाद से पार्टी में उथल पुथल मचनी शुरू हो गई है। इसके लिए पार्टी द्वारा रणनीति तैयार की जा रही है कि आगे क्या करना है। लालू की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेता विचार में जुटे हैं।

लालू प्रसाद यादव पर सजा का ऐलान किया जा चुका है। कोर्ट ने लालू को साढ़े तीन साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन पर 5 लाख रुपये क जुर्माना भी लगाया गया है। लालू के अलावा फूलचंद, महेश प्रसाद, बेक जूलियस, सुनील कुमार, सुशील कुमार, सुधीर कुमार और राजाराम को भी साढ़े तीन साल की जेल और 5 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई है। फैसला आने के बाद लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने कहा है कि कोर्ट ने अपना काम कर दिया और हम फैसले का अध्ययन करने के बाद हाईकोर्ट में जमानत के लिए अपील करेंगे। इससे पहले सुनवाई के दौरान सीबीआई जज ने कहा कि लालू के लिए ओपन जेल ठीक होगी क्योंकि उन्हें ‘काउ फार्मिंग’ का अनुभव है।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button