कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में विपक्ष ने दिखाया दम, सोनिया समेत मंच पर दिखे अखिलेश-माया और ममता

नई दिल्‍ली। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस की नई सरकार के गठन ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी विरोधी ताकतों को एक करने की कवायद शुरू कर दी है. बुधवार को जेडीएस नेता एचडी कुमारस्‍वामी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने शिरकत की. कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में बीएसपी प्रमुख मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी भी पुहंचे, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहीं. मंच पर पहुंचते ही अखिलेश यादव और मायावती ने एक-दूसरे के नमस्कार करने के बाद जनता की तरफ हाथ हिलाकर अभिवादन किया.

अपडेट्स

– कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजित सिंह और पूर्व जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने भी शिरकत की.

– पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी भी एक मंच पर दिखे लेकिन दोनों की सीटें मंच पर अलग-अलग छोर थी.

– जी परमेश्वर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष है और राज्य में दलित समुदाय से ताल्लुक रखते है.

– कुमारस्वामी के बाद कांग्रेस नेता जी परमेश्वर को राज्यपाल ने डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई

– कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई

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– शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई. राज्यपाल वजूभाई वाला सीएम और उनके कैबिनेट को शपथ दिलाने के लिए मंच पर पहुंचे.

– मंच पर अखिलेश यादव के ठीक निकट वाली सीट पर मायावती बैठीं हैं. वहीं उनकी पीछे वाली पंक्ति में एनसीपी प्रमुख शरद पवार बैठे दिखे.

– मंच पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के साथ काफी देर तक बातचीत की और दोनों नेता काफी देर तक एक दूसरे का हाथ पकड़े नजर आईं. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे.

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– मायावती और अखिलेश यादव ने भी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से मुलाकात की और उनकी कर्नाटक में सरकार बनने पर बधाई दी.

कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण: माया, अखिलेश, नायडू, केजरीवाल पहुंचे

– पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहुंची थीं. मंच पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने नमस्कार कर उनका स्वागत किया.

– केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन भी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहुंचे. मंच पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने विजयन से मुलाकात की

– दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, आंध्र के सीएम चंद्रबाबू के बीच हुई थी बातचीत

– शपथ ग्रहण से पहले अखिलेश यादव और मायावती के बीच 45 मिनट तक बातचीत हुई है.

बता दें कि कुमारस्वामी ने कहा था कि कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री पद पर उनके शपथ ग्रहण के बाद वह उन सभी पुरानी योजनाओं पर अमल शुरू करेंगे जिनकी शुरुआत उनके पहली बार सीएम बनने पर हुई थी. इन योजनाओं में ‘ग्राम वास्‍तव्‍य’ योजना सबसे अहम थी. कर्नाटक की ग्रामीण जनता के बीच कुमारस्‍वामी जनता दर्शन व ग्राम वास्तव्य जैसे कार्यक्रमों के जरिए खासे लोकप्रिय हैं. कुमारस्‍वामी इन्‍हें दोबारा शुरू करने के मूड में है. हालांकि अब वह हर योजना या कार्यक्रम को कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत आगे बढ़ाएंगे. इस प्रोग्राम पर कांग्रेस की सहमति भी ली जाएगी. ग्राम वास्तव्य योजना के तहत कुमारस्वामी गांवों में जाकर लोगों के बीच ठहरते थे. इससे गांवों में उनकी अच्‍छी पैठ बन गई थी.

क्‍या थे जेडीएस के चुनावी वादे
कुमारस्‍वामी ने चुनाव से पहले किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था. उन्‍होंने कहा था कि उनकी सरकार बनते ही वे किसानों का सारा कर्ज बिना शर्त माफ कर देंगे. चाहे ये कर्ज किसी राष्ट्रीयकृत बैंक का हो या कोऑपरेटिव बैंक का. हालांकि चुनाव से पहले कांग्रेस की सरकार ने कोऑपरेटिव बैंक से लिये गए 50 हजार रुपये तक के कर्ज माफ कर दिए थे. अब जेडीएस कांग्रेस से मंत्रणा के बाद कर्ज माफी का ऐलान करेगी.

सामाजिक कल्याण की योजनाएं
कुमारस्‍वामी ने कहा था कि सामाजिक कल्याण की योजनाओं के तहत 65 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति को पेंशन, कृषि कार्यों से जुड़ीं महिलाओं को प्रति माह 2,000 रुपये की सहायता, वकीलों व उनके एसोसिएशन के लिए 100 करोड़ रुपये और सभी ट्रेनी वकीलों को 5000 रुपये प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाएगा. इसके अलावा जेडी (एस) इंदिरा कैंटीन का मुकाबला करने के लिए ‘अप्पाजी’ नाम से कैंटीन चला रही है. इन सभी योजनाओं पर अमल कांग्रेस की सहमति के बाद शुरू होगा.

 

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