झाँसी में जैन समाज ने कोविड की जंग में अपना अस्पताल सरकार को सौपा
झाँसी। झांसी में तेजी के साथ पैर पसार रहे कोरोना को देखते हुए जैन समाज ने अनूठी पहल करते हुए जिला प्रशासन को समाज द्वारा संचालित श्री भगवान महावीर आरोग्य भारती हॉस्पिटल को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए देने का प्रस्ताव दिया है।
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इस संबंध में श्री महावीर आरोग्य भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने बताया कि कोरोना की महामारी को देखते हुए भगवान महावीर के सिद्धांतों पर चलते हुए जैन समाज ने इस अस्पताल को जिला प्रशासन को सौंपने का निर्णय लिया है।
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उन्होंने बताया कि इस लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए बनाए गए अस्पताल में पहले भी रक्तदान शिविर, विकलांगों को उपकरणों का वितरण जैसे सामाजिक कार्य होते रहे हैं।
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हमने प्रशासन से अनुरोध किया है कि अस्पताल को कोरोना मरीजों के लिए उपयोग में ले लिया जाए और इसमें क्रिटिकल मरीजों का ही इलाज किया जाए, क्योंकि महानगर में लेवल वन अस्पताल लोगों को आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं।
हमारा प्रयास है कि गंभीर मरीजों का इस अस्पताल में इलाज हो। उन्हें हाई फ्लो ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा मिले। जैन समाज द्वारा सभी समाजों से भी इस संबंध में आगे आने का आह्वान किया गया है।
दिगंबर जैन पंचायत तथा भगवान महावीर आरोग्य भारती चैरिटेबल ट्रस्ट ट्रस्ट के महामंत्री प्रवीण कुमार जैन ने कहा कि भगवान महावीर के दया, करुणा, प्रेम, अहिंसा के सिद्धांतों पर चलते हुए जैन समाज ने बुंदेलखंड, झांसी तथा संपूर्ण मानव समाज के लिए अस्पताल को प्रशासन को देने का निर्णय दिया है।
हमारी कोशिश है कि इस अस्पताल के जरिए कोरोना के गंभीर मरीजों का जीवन बच सके। जिला प्रशासन से हुई वार्ता के बाद जिला प्रशासन द्वारा अस्पताल का भ्रमण भी कर लिया गया है। इस अस्पताल में 6 वार्ड, 3 प्राइवेट वार्ड, ऑपरेशन थिएटर आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
उन्होंने सभी समाज के लोगों से अपील की कि इस महामारी के काल में लोगों का जीवन बचाने के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास करें और आगे आएं।
ट्रस्ट के प्रबंधक शैलेंद्र जैन ने अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2002 में अस्पताल लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए स्थापित किया गया था। अस्पताल अभी तक अपने उद्देश्यों में सफल रहा है और कोरोना कॉल में भी हमने अस्पताल को कोरोना मरीजों के उपयोग के लिए निशुल्क देने का निर्णय लिया है। अंत में सचिव अतुल जैन ने आभार व्यक्त किया।
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