पीएनबी स्कैम: जांच एजेंसियों से डर कर नीरव मोदी ने दी बैंकरप्सी की अर्जी

न्यूयार्क। हीरा कारोबारी और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) महाघोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. ऐसी खबर मिल रही है कि नीरव मोदी को लेकर भारतीय जांच एजेंसियां कुछ विदेशी जांच एजेंसियों के संपर्क में है. साथ ही नीरव मोदी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी करने के लिए भी विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया गया है.

दूसरी तरफ नीरव मोदी ने भी खुद को बैंकरप्ट घोषित करने के लिए अमेरिका की एक अदालत में अर्जी दाखिल की है. माना जा रहा है नीरव ने यह कदम भारतीय जांच एजेंसियों की तरफ से बढ़ते दबाव की वजह से उठाया है.

जांच एजेंसियों को लगातार छापे

पिछले कुछ दिनों से भारतीय जांच एजेंसियां खासकर ईडी नीरव मोदी से जुड़े उन सभी ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, जहां से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिलने की बात सामने आती है. साथ ही भारतीय जांच एजेंसियां नीरव मोदी के पुराने सभी बैंक ट्रांजेक्श्न को खंगाल रही है, जो पिछले छह साल में किए गए हैं.

पिछले दिनों ही देश के आयकर विभाग ने कुछ बेनामी संपत्ति खरीदने को लेकर नीरव मोदी के खिलाफ 2017 में दर्ज एक मामले में जमानती वारंट जारी किया था. आयकर विभाग का कहना है कि इस मामले की जांच काफी समय से चल रही है. आयकर विभाग साल 2017 में ही नीरव मोदी का बयान भी दर्ज करा चुका है, लेकिन बाद में पता चला कि नीरव मोदी ने उस समय झूठा बयान दर्ज करवाया था. जांच एजेंसियों ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. इस केस की भी सुनवाई जल्द शुरू होने वाली है.

Enforcement Directorate

आपको बता दें कि बीते मंगलवार को ही फेमा कोर्ट ने ईडी के वकील की नीरव मोदी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी करने की दलीलें सुनीं. ईडी की तरफ से केस की पैरवी कर रहे वकील हितेन वेनेगांवकर ने अदालत को बताया है कि बीती 15 फरवरी को ईडी ने नीरव मोदी और उसके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पिछले 15 दिनों में ईडी ने नीरव मोदी को ईडी के सामने पेश होने के लिए तीन समन जारी किए, लेकिन इतने दिनों के बाद भी नीरव मोदी ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं.

ईडी ने अदालत को बताया कि नीरव मोदी को 15 फरवरी, 17 फरवरी और 22 फरवरी को समन जारी किया गया था. तीनों समन नीरव मोदी के पर्सनल मेल, घर, दफ्तर और उसके कर्मचारियों के पते और मेल पर भेजे गए, लेकिन नीरव मोदी अभी तक पेश नहीं हुए. अदालत में ईडी के वकील ने दलील दी थी कि नीरव मोदी लगातार जांच एजेंसियों को गुमराह कर रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया जाए.

गौरतलब है कि पिछले सोमवार को ही प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत विशेष अदालत ने कई देशों को लेटर रोगेटरी (एलआर) जारी किया था. एलआर जारी करने का मतलब होता है कि जिन-जिन देशों में नीरव मोदी के कारोबार या संपत्ति है, वहां पर भी भारतीय जांच एजेंसियां उसके कारोबार और संपत्तियों की पड़ताल कर सकती है.

पीएनबी घोटाले का मुख्य आरोपी इस घोटाले के सामने आने के बाद से ही फरार चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नीरव मोदी अपने परिवार सहित अमेरिका में रह रहा है.

दूसरी तरफ ईडी के द्वारा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लेकर विशेष सतर्कता भी बरती जा रही है. इस महाघोटाले का एक-एक तार को भारतीय जांच एजेंसियां जोड़ने का काम कर रही है. हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है.

नीरव मोदी की एक कंपनी फायरस्टार डायमंड ने अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क की अदालत में दिवालिया घोषित करने के लिए अर्जी दी है. इस महाघोटाले का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. एक दिन पहले ही नीरव मोदी का एक और फ्रॉड देश के सामने आया, जिसमें पीएनबी का ही 1300 करोड़ रुपए का चूना लगाया गया.

Nirav Modi

भारतीय जांच एजेंसियां नीरव मोदी और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही है. ऐसी खबर मिल रही है कि भारतीय जांच एजेंसियां अमेरिका के एक राज्य डेलावेयर पर विशेष नजर रख रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि नीरव मोदी इसी राज्य में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रह रहा है.

 

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