प्रशांत भूषण बोले- जज लोया केस में SIT जांच नहीं होना निराशाजनक

नई दिल्ली। जज बीएच लोया की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि इस कि कोई जांच नहीं होगी. दरअसल, लोया केस की निष्पक्ष जांच कराने की मांग वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, इस केस में कोई आधार नहीं है. इस मामले के जरिए न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इस फैसले को वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने निराशाजनक बताया है.

स्‍वतंत्र जांच की मांग करना गलत क्‍यों?

प्रशांत भूषण ने कहा, ये फैसला बेहद निराशाजनक है. इस पर बात क्‍यों नहीं हुई कि जज लोया को कथित तौर पर रिश्वत की पेशकश की गई थी. याचिकाकर्ता के उद्देश्य पर सवाल उठाया गया है. एक स्वतंत्र जांच की मांग करना इतना गलत क्‍यों है? ये याचिका राजनीतिक कैसे थी.

क्‍या है पूरा मामला?

बता दें कि जस्टिस लोया बहुचर्चित सोहराबुद्दीन शेख मामले की सुनवाई कर रहे थे. सोहराबुद्दीन मुठभेड़ के गवाह तुलसीराम की भी मौत हो गई थी.

अमित शाह के पेश न होने पर जताई थी नाराजगी

मामले से जुड़े ट्रायल को सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में ट्रांसफर किया था. इस मामले की सुनवाई पहले जज उत्पत कर रहे थे, लेकिन इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सुनवाई में पेश नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की थी. जिसके बाद उनका तबादला हो गया था. इसके बाद जस्टिस लोया के पास इस मामले की सुनवाई आई थी.

दिसंबर 2014 में हुई थी मौत

दिसंबर, 2014 में जस्टिस लोया की नागपुर में मौत हो गई थी. जिसे संदिग्ध माना गया था. जस्टिस लोया की मौत के बाद जिन जज ने इस मामले की सुनवाई की, उन्होंने अमित शाह को मामले में बरी कर दिया था.

 

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