बिसाहड़ा आरोपी रविन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे घरवाले, मांगा एक करोड़ का मुआवजा

ravinबिसाहड़ा। UP के बहुचर्चित इखलाक हत्याकांड के आरोपी रविन की मौत के बाद उसके गांव बिसाहड़ा में माहौल काफी तनावपूर्ण है उसके परिजनों और गांव वालों ने रविन का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है।

स्थानीय लोग सरकार से रविन के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा और रविन की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोग साथ ही मामले में इखलाक के भाई और लुक्सर जेल के जेलर की CBI जांच की भी मांग कर रहे हैं।

UP के बहुचर्चित इखलाक हत्याकांड के आरोपी 24 साल के रविन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। रविन लुक्सर जेल में बंद था, जहां गंभीर हालत में उसे नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां से बुधवार शाम को उसे दिल्ली के लोक नायक अस्पताल रेफर किया गया था जहां किडनी फेल होने की वजह से रविन की मौत हो गई थी। आरोप है कि जेल में पिटाई की वजह से रविन की मौत हुई थी। इसलिए दिल्ली से करीब 50 किलोमीटर दूर दादरी के बिसाहड़ा गांव में लोग एक बार फिर गुस्से में हैं। इस मामले को लेकर गांव की गलियों में विरोध मार्च हुआ और अखिलेश यादव का पुतला जलाया गया। गांव के माहौल को देखते हुए गांव में जगह-जगह भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
रविन के घरवालों का आरोप है कि जेल में पिटाई होने से रविन की मौत हुई। रवि अपने कई साथियों के साथ हत्या के आरोप में पिछले एक साल से लुक्सर जेल में बंद था। जेल के अधिकारी इस मामले पर कैमरे पर तो कुछ नहीं बोल रहे लेकिन उन्होंने बताया कि रविन को तबीयत खराब होने पर 30 सितंबर को नोएडा के सरकारी अस्पताल में दिखाया गया। तबीयत ज्यादा खराब होने पर रविन दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई। एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि रविन को सांस लेने की परेशानी के साथ-साथ, तेज बुखार और शुगर लेवल बहुत ज्यादा था। शुरुआती जांच में उसकी मौत की वजह किडनी फेल होना बताया गया है।

 

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