बीजेपी की हुईं इशरत जहां, पूरा बदल जाएगा 2019 का सियासी समीकरण

नई दिल्ली। कल तक जिस इशरत जहां को कोई पहचानता तक नहीं था आज वो सेलीब्रेटी बन गई हैं। ट्रिपल तलाक के खिलाफ आवाज उठाने में इशरत जहां की बहुत ही बड़ी भ‍ूमिका रही है। मुस्लिम समाज से लड़कर इशरत जहां ने महिलाओं के न्‍याय दिलाने की खातिर अदालत का दरवाजा खटखटाया था। किसी दल ने उनका सपोर्ट नहीं किया। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी ना सिर्फ उनके साथ खड़ी रही बल्कि ट्रिपल तलाक के खिलाफ भी उसने पहले दिन से ही अपना स्‍टैंड क्लियर कर दिया था। अब इसी इशरत जहां ने भारतीय जनता पार्टी ज्‍वाइन कर ली है। जिसे बीजेपी के लिए बहुत ही अच्‍छी और बड़ी खबर माना जा रहा है।  माना जा रहा है कि इशरत जहां के बीजेपी में शामिल होने से 2019 के लोकसभा चुनावों का पूरा समीकरण ही बदल सकता है।

इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी और ममता बनर्जी की भी मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही हैं। दरसअल, इशरत जहां ने कोलकाता में ही भारतीय जनता पार्टी ज्‍वाइन की है। इस बात की आधिकारिक पुष्टि बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के महासचिव सायंतन बसु की ओर से की जा चुकी है। सायंतन बसु ने बताया कि इशरत जहां ने शनिवार को ही हावड़ा में बीजेपी कार्यालय में पार्टी ज्‍वाइन कर ली थी। जहां उन्‍हें ना सिर्फ सम्‍मानित किया गया बल्कि हाथों हाथ भी लिया गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इशरत जहां को सम्‍मानित करने के लिए बीजेपी की ओर से राज्‍य स्‍तरीय कार्यक्रम का भी आयोजन कराया जाएगा। इसके साथ ही दिल्‍ली में भी उनका सम्‍मान किया जा सकता है। इशरत ट्रिपल तलाक के खिलाफ अदालत पहुंची पांच याचिकाकर्ताओं में से एक हैं।

इशरत जहां मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हावडा की ही रहने वाली हैं। ट्रिपल तलाक के खिलाफ उन्‍होंने अगस्‍त 2016 में आवाज उठाई थी। वो इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। तीस साल की इशरत को दुबई मे बैठे उसके पति ने फोन से ही तलाक दे दी थी। इशरत का निकाह साल 2001 में हुआ था। उसके चार बच्‍चे भी हैं। जिन्‍हें जबरन उसके प‍ति ने अपने पास रखा हुआ था। भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में इशरत का पूरा साथ दिया था। अब इशरत भी उसके साथ आ गई है। दरसअल, बीजेपी ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल को लोकसभा से पास करा चुकी है। ये बिल अब राज्‍यसभा में पेश किया जाएगा। बिल को लेकर विपक्ष पशोपेश की स्थित में है। कांग्रेस जैसी पार्टियों को समझ ही नहीं आ रहा है कि वो बिल का समर्थन करें या फिर विरोध।

बहरहाल, इस मामले में अब किसी भी दल का कोई स्‍टैंड हो। लेकिन, बीजेपी अपना रुख साफ कर चुकी है। ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल लाने से मुस्लिम महिलाएं बीजेपी पर फिदा हैं। उस पर इशरत जहां के बीजेपी में आने से 2019 और उससे पहले होने वाले विधानसभा के चुनावों में भी मुसलमानों का वोट बीजेपी को हासिल होगा। खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं का। अब तक बीजेपी विरोधी दल मुसलमानों को बीजेपी का डर दिखाकर उसने वोट हासिल किया करते थे। लेकिन, अब हालात बदल चुके हैं। मुसलमानों की सोच भी बदल चुकी है। उन्‍हें भी पता है कौन उनके साथ है और कौन उनके खिलाफ। 2019 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम महिलाओं का पूरा समर्थन बीजेपी को मिलेगा। बस यही बात विपक्ष को सताए जा रही है।

 

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