भारत के सफल मिसाइल परीक्षणों से घबराया पाकिस्तान, MTCR में की शिकायत

नई दिल्ली। भारत द्वारा परमाणु क्षमता से लैस स्ट्रैटजिक मिसाइल अग्नि-4 के सफल परीक्षण ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। भारत के परीक्षण से घराबए पाकिस्तान ने भारतीय मिसाइल कार्यक्रम को क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताते हुए मिसाइल टेक्नॉलजी कंट्रोल रेजीम (MTCR) में इसपर चिंता जाहिर की है।

समाचार पत्र एक्प्रेस ट्रिब्यून के अनुसार पाकिस्तान ने बुधवार को MTCR में इसपर चिंता जताई है। MTCR 35 देशों का समूह है। MTCR, एनएसजी जैसा ही एक ग्रुप है जिसके तहत ये देश मिलकर सामान्य हथियारों, परमाणु हथियारों, जैविक और रासायनिक हथियारों और तकनीक पर नियंत्रण करते हैं। MTCR का मुख्य उद्देश्य मिसाइलों, संपूर्ण रॉकेट प्रणालियों, मानवरहित विमानों और इससे जुड़ी तकनीक के प्रसार को रोकना है। इसके अलावा MTCR व्यापक जनसंहार के हथियारों के प्रसार को रोकने का भी काम करता है। पाकिस्तान ने देश में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने आए MTCR प्रतिनिधिमंडल से यह चिंता जताई है।

अखबार के अनुसार पाकिस्तान ने कथित तौर पर प्रतिनिधिमंडल से कहा कि मिसाइल डिफेंस कार्यक्रम और इंटर कॉन्टिनेंटल बलिस्टिक मिसाइल्स से क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व को खतरा बढ़ा है। बता दें कि परमाणु हथियारों से लैस बलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 और अग्नि-4 के सफल परीक्षण के बाद भारत अब मिसाइल क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। भारत अग्नि-6 पर भी काम कर रहा है। यह मिसाइल कई हथियार एक साथ ले जाने में सक्षम होगा और दुश्मन के डिफेंस सिस्टम यानी MIRVs (मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री वीइकल्स) को मात देने के लिए तकनीकी रूप से चालाक होगा।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने भारतीय संदर्भ का उल्लेख करते हुए कहा इस तरह की नीतियों से क्षेत्र में शांति को खतरा बढ़ा है। अधिकारी ने कहा, ‘पाकिस्तान मानता है कि आपसी बातचीत से दक्षिण एशिया में शांति और स्थायित्व को बढ़ावा दिया जा सकता है।’

 

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