भ्रष्टाचार मामले में बांग्लादेश की Ex-PM खालिदा जिया को 5 साल की सजा

ढाका। भ्रष्टाचार मामले में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी पार्टी बीएनपी की मुखिया खालिदा जिया को कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है. यह मामला जिया अनाथालय न्यास में भ्रष्टाचार का है. ख़ालिदा पर इस मामले में 2008 में केस दर्ज हुआ था. फैसले के बाद पूरे बांग्लादेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

बांग्लादेश में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं, द्विपक्षीय संबंधों के मद्देनज़र भारत की भी इस मामले पर नज़र बनी रहेगी. बांग्लादेश की राजनीति पर इस फैसले का बड़ा असर पड़ सकता है. क्योंकि खालिदा को दो साल से अधिक तक की सज़ा होने के बाद वह अगले चुनावों में हिस्सा नहीं ले पाएंगी. जिसका सीधा फायदा शेख हसीना की पार्टी को मिलेगा.

फैसले से पहले खालिदा जिया ने कहा कि वह किसी भी तरह के आदेश के लिए तैयार हैं. मुझे जेल की धमकियां देना बिल्कुल बेकार है, मैं झुकने वाली नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मैं लोगों के हक में अपनी आवाज़ को बुलंद करती रहूंगी.

2.1 करोड़ टका के गबन का मामला

भ्रष्टाचार रोधी आयोग (एसीसी) ने खालिदा, उनके बेटे तारिक रहमान और चार अन्य के खिलाफ 2.1 करोड़ टका के गबन के आरोप में मुकदमा दायर किया था. 2001 से 2006 तक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं खालिदा 37 मामलों में आरोपी हैं, हालांकि सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है.

मामले में उच्च न्यायालय द्वारा 2008 में दिए गए फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर अंतिम सुनवाई करते हुए न्यायाधीश एम. इनायतुर रहीम और न्यायाधीश शहीदुल करीम ने यह आदेश पारित किया था. एसीसी के वकील खुर्शीद आलम खान ने कहा कि अगर अदालत को लगा कि खालिदा जमानत का दुरुपयोग कर रही हैं, तो वह जमानत को रद्द कर सकती है.

आपको बता दें कि खालिदा के पति मेजर जिआउर रहमान बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्होंने ही BNP पार्टी की शुरुआत की थी. उनकी मृत्यु के बाद खालिदा ने राजनीति में एंट्री की. जिसके बाद वह 3 बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनी थीं. 2014 में हुए चुनावों में खालिदा की पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया था, जिसका फायदा मौजूदा पीएम शेख हसीना की पार्टी को मिला था.

 

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