मैं नहीं, देश मांग रहा सुषमा, वसुंधरा और शिवराज का इस्तीफा : राहुल

congress3तहलका एक्सप्रेस प्रतिनिधि, नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के 25 MP के सस्पेंशन के बाद पार्टी के सारे सांसद मंगलवार को संसद परिसर में ही धरने पर बैठ गए। तीखी बयानबाजी भी हुई। कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। वहीं, कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने मोदी को खुली चुनौती दी। उन्हाेंने कहा- मोदी सरकार चाहे तो हम सभी को बाहर फेंक दे लेकिन हम प्रेशर कम नहीं करेंगे, इस्तीफे की मांग करते रहेंगे। मोदी को मन की बात करने की आदत है, कभी वे हिंदुस्तान के मन की भी बात सुन लें। सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मैं या कांग्रेस नहीं, बल्कि देश मांग रहा है।
 कांग्रेस और सरकार के बीच हुई बयानबाजी
कांग्रेस
सरकार
सोनिया ने कहा- हमारे 25 सांसदों को सस्पेंड करने का फैसला लोकतंत्र की हत्या है।
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा- पहले आप ने ही लोकतंत्र का कत्ल किया था। अब कह रहे हाे कि हम तो अनाथ हो गए।
राहुल ने कहा- हमारे 25 सांसद तो सिर्फ सिम्बल हैं, पूरे हिंदुस्तान में ऐसा किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- नियम तोड़ने के कारण स्पीकर ने कांग्रेस के सांसदों को सस्पेंड किया।
राहुल ने कहा- जमीन के मामले पर इन्होंने बहुत धमकियां दीं, चिल्लाए और फिर भाग गए।
नकवी ने कहा- बहस से तो आप भाग रहे हैं। कांग्रेस विनाशकारी विपक्ष हो गया है।
मोदी पर राहुल ने कहा- मोदी को मन की बात करने की आदत है, कभी वे हिंदुस्तान के मन की भी बात सुन लें।
नकवी बोले- मोदी की लोकप्रियता और विकास के एजेंडे को कांग्रेस हजम नहीं कर पा रही।
 इस विवाद में अब तक क्या हुआ?
 कांग्रेस ललितगेट मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे और व्यापमं घोटाले के मुद्दे पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का इस्तीफा मांग रही है। इन इस्तीफों की मांग को लेकर हंगामा कर रहे कांग्रेस के 25 सांसदों को स्पीकर ने सस्पेंड किया है।
 – सोमवार दोपहर 3 बजे : लोकसभा में 23 मिनट तक हंगामा हुआ। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस के 44 में से 25 सांसदों को 5 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। इससे पहले 15 मार्च 1989 को राजीव गांधी की सरकार के वक्त 63 सांसद सस्पेंड हुए थे। रात 10.45 बजे कांग्रेस ने फैसला किया वह संसद में धरना देगी। 5 दिन तक उसके बाकी सांसद भी कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे।
– मंगलवार सुबह 10.30 बजे : कांग्रेस सांसद संसद परिसर पहुंचे। गांधी मूर्ति के सामने हाथ पर काली पट्टी बांधे धरने पर बैठ गए। सोनिया-राहुल के साथ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।
 – सुबह 11 बजे : लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। कांग्रेस के समर्थन में एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस ने बायकॉट कर दिया। कांग्रेस के बाकी 19 सांसद भी लोकसभा नहीं आए। वहीं, अपने मुद्दे उठाने की इजाजत नहीं मिलने से सपा, लेफ्ट और आरजेडी ने वॉकआउट कर दिया। हालांकि, लोकसभा में कई दिनों बाद प्रश्नकाल हुआ। वहीं, राज्यसभा में अपोजिशन ने कार्यवाही नहीं चलने दी। कांग्रेस के सांसद काली पट्टी बांधकर आए। उन्होंने मोदी को तानाशाह करार दिया।
 राहुल ने मोदी से क्या कहा?
 राहुल ने कहा, ‘‘हमारे 25 सांसद तो सिर्फ सिम्बल हैं। पूरे हिंदुस्तान में ऐसा किया जा रहा है। इंटरनेट पर और स्टूडेंट्स, किसानों के साथ यही किया जा रहा है। जमीन के मामले पर इन्होंने (मोदी सरकार) बहुत धमकियां दीं। चिल्लाए भी। फिर भाग गए। करप्शन के मामले व्यापमं, राजस्थान की चीफ मिनिस्टर और सुषमा स्वराज के मसले पर हम प्रेशर कम नहीं करेंगे। चाहें तो ये हम सबको बाहर फेंक दें, फिर भी तीनों के इस्तीफे की मांग पर हम अभी भी कायम हैं। व्यापमं ने हजारों बच्चों का भविष्य बिगाड़ा है। सुषमा स्वराज ने कानून तोड़ा और राजस्थान की चीफ मिनिस्टर ने ललित मोदी को फाइनेंशियल मदद की। इस्तीफा मैं या कांग्रेस पार्टी नहीं मांग रही। इस्तीफा देश की जनता मांग रही है। मैं सिर्फ पीएम को बताना चाहता हूं कि उन्हें मन की बात करने की आदत है, एक बार वह हिंदुस्तान के मन की बात भी सुन लें।’’ वहीं, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के पास अपनी बात रखना का कोई और रास्ता नहीं था जिसके कारण धरना दिया गया।
बाकी नेताओं ने क्या दी प्रतिक्रिया?
– संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने बताया- सरकार और संसद बहुमत से चलते हैं। कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि अब वह बहुमत खो चुकी है। वह सरकार को कैसे आदेश दे सकती है कि हम किस मंत्री को रखें और किसे निकालें। एक अन्य बीजेपी नेता ने कहा – जिस तरह से वे स्पीकर के आसन तक चढ़कर पोस्टर लहरा रहे थे, नारे लगा रहे थे। लगता है कि वे चाहते थे कि उनके खिलाफ कार्रवाई हो। साढ़े पांच सौ लोगों की लोकसभा को महज 25 लोगों ने तीन हफ्ते से बंधक बनाया हुआ था।
– समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सांसदों का सस्पेंशन वापस होना चाहिए। उन्होंने कहा, ”मैंने स्पीकर से मिलकर अपनी बात रखी है। मैं बहुत बार वेल में जा चुका हूं। इस प्रकार सांसदों को सस्पेंड नहीं किया जा सकता है।”
– आम आदमी पार्टी के भगवंत मान का कहना है – वेल में आकर प्रदर्शन करना कोई ऐसी बात नहीं थी कि इतना बड़ा कदम उठाना पड़ता। हंगामे के दौरान सरकार संसद चला रही है। यह कोई ठीक बात नहीं है। उन्हें संसद स्थगित करके समाधान ढूंढ़ना था, लेकिन वे एक इंच भी नीचे आने को तैयार नहीं थे।
क्या है कांग्रेस का मोदी सरकार से सीधा सवाल?
कांग्रेस का सवाल है कि 2जी मामले में एक महीने तक बीजेपी ने संसद ठप कर रखी थी। ए. राजा के इस्तीफे की मांग पर संसद नहीं चलने दी थी। यही काम उन्होंने कोयला घोटाले के अलावा सुरेश कलमाडी, अश्वनी कुमार और पवन बंसल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर किया। ग़ुलाम नबी आजाद ने कहा – सारी नैतिकता, नियम-कायदे हमारे विपक्ष में आते ही बीजेपी को याद आ रहे हैं। संसद चलाने का काम सरकार का है। वे हमारी मांग मान लें तो संसद कल ही चल जाएगी।
लोकसभा में कब-कितने सांसद सस्पेंड हुए?
तारीख
सेशन
कितने सांसद सस्पेंड
वजह
15 मार्च 1989 बजट सेशन टोटल 63 ठक्कर आयोग की रिपोर्ट
24 अप्रैल 2012
बजट सेशन
टोटल 8 : सभी कांग्रेस से
तेलंगाना का मुद्दा
23 अगस्त, 2013
मानसून सेशन
टोटल 12 : 4 टीडीपी + 8 कांगेस
तेलंगाना
2 सितम्बर, 2013
मानसून सेशन
टोटल 9 : 4 टीडीपी + 5 कांग्रेस
तेलंगाना
13 फरवरी, 2014
विंटर सेशन
टोटल 18 : कांग्रेस, टीडीपी और वायएसआर कांग्रेस के सांसद
तेलंगाना
 

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