यहां घर बैठकर काम करने के लिए सरकार देगी 6,69,890 रुपये
वॉशिंगटन। घर बैठे अगर लाखों रुपये मिल जाएं तो किसे ये पसंद नहीं आएगा. एक राज्य की सरकार नागरिकों को लाखों रुपये देने की तैयारी कर रही है. इसके पीछे उनका उद्देश्य एक उभरती हुई बड़ी परेशानी को दूर करना है. सरकार उम्मीद जता रही है कि उनके इस ऑफर से कई लोग प्रभावित होंगे और वे उनके राज्य में स्थायी रूप से रुकना पसंद करेंगे.
जानें क्यों मिल रहे लाखों रुपये
दरअसल, ये पूरा मामला अमेरिका का है जहां का राज्य वर्मांट का है. यहां की सरकार एक नई योजना लेकर आई है, जिसमें यदि दूसरे राज्यों में काम कर रहे लोग वहां आकर रहना शुरू करते हैं तो उनके शिफ्ट होने के खर्चे से लेकर अन्य चीजों के लिए सरकार उन्हें 10 हजार डॉलर यानि 6,69,890 रुपये देगी. ये राशि दो सालों में आधी-आधी दी जाएगी.
व्यक्ति घर से बैठकर अपने दूसरे राज्य में स्थित ऑफिस का काम अच्छे से कर सके इसके लिए इंटरनेट आदि जैसी सुविधाएं भी सरकार द्वारा सुनिश्चित की जाएंगी.
युवाओं से ज्यादा वृद्धों की संख्या
जानकारी के मुताबिक, वर्मांट राज्य एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है. यहां पर वृद्धों की संख्या युवाओं के बदले कई अधिक है. इसके पीछे की एक बड़ी वजह युवाओं का बड़े शहरों की ओर पलायन है. छोटा राज्य होने के नाते यहां पर कोई भी बड़ी कंपनी का ऑफिस नहीं है, ऐसे में लोगों को रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य में जाना पड़ रहा है.
इस स्थिति के कारण बड़ी संख्या में युवा राज्य से बाहर जा चुके हैं. ऐसा होने पर अब वर्मांट में वृद्धों की संख्या युवाओं से ज्यादा हो गई है. यहां तक कि स्थिति ये हो गई है कि ये राज्य अमेरिका का सबसे बुजुर्ग राज्य बन गया है.
2019 में लागू होगी योजना
सरकार की ओर से कहा गया कि साल 2009 के मुकाबले इस साल युवाओं की आबादी करीब 16,000 कम है. ये हालात चिंताजनक है. काम करने वाले लोगों की कमी के कारण टैक्स में भी कमी आई है जो राज्य की आर्थिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. इस स्थिति से निपटने के लिए ही नई योजना के तहत, वर्मांट राज्य में आकर शिफ्ट होने वाले लोगों को 10 हजार डॉलर दिए जाने की योजना सरकार ने बनाई है. इस योजना को साल 2019 से लागू कर दिया जाएगा.
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]