लाहौर ब्लास्ट में मृतकों की संख्या 13 हुई, डीआईजी, एसएसपी की भी मौत

लाहौर। पाकिस्तान के लाहौर में सोमवार शाम हुए बम ब्लास्ट में मृतकों की संख्या 13 हो गई है। धमाके का शिकार बने लोगों में लाहौर ट्रैफिक पुलिस के डीआईजी और पंजाब पुलिस के एसएसपी भी शामिल हैं। इस धमाके में करीब 70 लोग घायल हुए हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस धमाके की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान गुट जमात-उल-अहरार ने ली है। धमाका उस वक्त हुआ जब लाहौर के पंजाब पूर्वांचल एसेंबली के पास एक समूह द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा था। उसी समय बहुत तेज धमाका हुआ, जिसमें कई लोगों शरीर के टुकड़े हवा में उड़ते दिखाई दिए। इस धमाके में डीआईजी अहमद मोबीन और एसएसपी जाहिद गोंडाल सहित करीब 10 लोगों की मौत हो गई और 5 दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, लाहौर के मॉल रोड पर दवा निर्माताओं और दुकानदारों का एक समूह पंजाब सरकार के नए ड्रग बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था, उसी समय पुलिस के अधिकारी प्रदर्शनकारियों को हटाकर ट्रैफिक व्यवस्था ठीक कर रहे थे, तभी एक आत्मघाती बाइक सवार हमलावर आया और उसके ट्रिगर दबाते ही बहुत बड़ा धमाका हुआ। इस धमाके की आवाज 10 किमी तक सुनी गई। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिए गए। एंबुलेंस के जरिए घायलों को मायो अस्पताल और गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया।पाकिस्तानी पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक के मुताबिक मारे गए 13 लोगों में से 6 सुरक्षाकर्मी हैं।

उन्होंने ये भी बताया कि यह हमला सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर ही किया गया था। संदिग्ध आत्मघाती हमलावर पुलिस अधिकारियों के पास पहुंचा और खुद को उड़ा दिया। पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के एक धड़े जमानत-उल-अहरार ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इसी ग्रुप ने पिछले साल 27 मार्च को लाहौर के गुलशन-ए-इकबाल पार्क में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। उस हमले में 75 लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में लाहौर के ट्रैफिक पुलिस के प्रमुख कैप्टन आर अहमद मोबीन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जाहिद गोंडल शामिल हैं। पंजाब प्रांत के स्वास्थ्य मंत्री ख्वाजा सलमान रफीक ने कहा कि 11 घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।इस धमाके के बाद इस्लामाबाद में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।

इस्लामाबाद के इंस्पेक्टर जनरल ने रेड अलर्ट को लेकर सभी को दिशानिर्देश जारी किए हैं। लाहौर के हर सड़क से इस्लामाबाद आने वाली गाड़ियों की सख्ती के साथ जांच के आदेश भी दिए गए हैं। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसी एनएसीटी ने सात फरवरी को एक अलर्ट जारी किया था जिसमें बताया गया था कि लाहौर में कुछ आतंकी हमले की योजना बना रहे हैं। पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ें बहुत ही गहरी जमी हुई हैं। पाकिस्तान की सरकार ही आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखती है। वो इन्हें पालती-पोसती तो भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ हमलों के लिए है, लेकिन अक्सर ये आतंकवादी पाकिस्तान के लोगों को भी शिकार बनाते रहते हैं, इसके बावजूद पाकिस्तान की सरकार आंखें बंद किए बैठी रहती है।

 

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