शैलजा के भाई सुकरण ने कहा- सनकी इंसान है मेजर हांडा, इसे फांसी दो

अमृतसर। मेजर अमित शर्मा की पत्नी शैलजा द्विवेदी के भाई सुकरण कालिया ने उन आरोपों का खंडन किया है कि मेजर हांडा और शैलजा के बीच कोई अवैध संबंध थे. सुकरण के मुताबिक शैलजा और मेजर अमित का छोटा सा परिवार बहुत खुशहाल था और जल्द ही वे वर्ल्ड टूर पर जाने वाले थे. शैलजा के परिवार ने हांडा के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है.

बहन की निर्मम हत्या से दुखी शैलजा के भाई ने आरोपी मेजर निखिल हांडा के लिए फांसी की सजा की मांग की है. सुकरण का कहना है कि उनकी बहन का मर्डर किया गया है, इस हिसाब से वे आरोपी के लिए लाइफ पनिशमेंट की अपील करते हैं. उन्होंने कहा कम से कम कैपिटल पनिशमेंट दिया जाए.

अभी तक की जांच में सामने आया है कि मेजर निखिल हांडा फेसबुक पर शैलजा का पीछा करता रहा. और उसके बाद वह जहां भी जाती थी. वो उसके पीछे हो लेता था. चाहे अस्पताल हो या फिर दूसरी जगह, वो लगातार उसका पीछा करता था.

कैमरे पर न आने की शर्त पर मेजर अमित द्विवेदी ने आज तक को बताया कि उनकी जानकारी के मुताबिक मेजर हांडा शैलजा का पीछा करते-करते अमृतसर भी आया था. अमित ने बताया कि वह अमृतसर के कैंट एरिया की सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां पर हांडा आकर ठहरा था.

उधर, जब शैलजा का पीछा करने के आरोपों को लेकर सुकरण कालिया से बात की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की. सुकरण ने कहा “अगर वह अपने लेवल पर पीछा कर रहा था तो मुझे नहीं पता. मुझे और मेरे परिवार को इसकी कोई जानकारी नहीं है.”

शैलजा के भाई ने बताया कि उनकी बहन बहुत जॉली नेचर की थी और उनकी शादी 2009 में हुई थी. उसके बाद वह अपने पति और बेटे के साथ बहुत खुशहाल जिंदगी जी रही थी. सुकरण ने कहा “मेरी सिस्टर की लाइफ में सिर्फ एक ही सेटबैक आया आया था, जब हमारे पिता की मृत्यु हुई थी. उनके वैवाहिक जीवन में कोई भी दिक्कत नहीं थी.”

सुकरण के मुताबिक “आप फेसबुक पर उनकी तस्वीरें देख सकते हैं, वह किस तरह से पारिवारिक जीवन जी रही थी. मुझे उन तस्वीरों को देखकर लगता था कि वह सबसे हैप्पी कपल था. मेरी बहन और उसका परिवार बहुत घूमते थे, बहुत खुशियां मनाते थे.”

शैलजा के भाई कालिया ने सेना अधिकारियों से अपील की है कि सेना में कोई भी मेजर हांडा सरीखा सनकी अधिकारी नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, “मैं देश के सेना के अधिकारियों से पूछना चाहता हूं कि यदि कोई सेना अधिकारी इस तरह की सनक दिखाता है तो उसका अंजाम क्या होगा. आज मैं बहुत दुखी हूं. मेरी बहन इस दुनिया में नहीं है. मेरा भांजा अकेला पड़ गया है. सारा परिवार बिखर गया है.”

सुकरन कालिया ने कहा कि एक छावनी में रहने वाले कुछ परिवार अगर नजदीक आते हैं, साथ उठते बैठते हैं, खाते-पीते हैं, कोई सोशल मीडिया ग्रुप बनाते और कोई महिला मेल मिलाप के दौरान किसी को हेलो हाय करती है, तो क्या उसका मतलब इस तरह से निकाला जाना चाहिए जैसे मेजर हांडा ने निकाला.

सुकरण का साफ कहना है, “मेरी बहन और मेरे जीजा जी के बीच बहुत अच्छे संबंध थे. मेरे जीजाजी कुछ समय के बाद सयुंक्त राष्ट्र मिशन पर जा रहे थे. वहां जाकर उनका यूरोप घूमने का प्लान था. वह विश्व भ्रमण पर भी जाना चाहते थे. मुझे नहीं लगता कि इस कहानी में कोई अवैध संबंध जैसी बात है.”

सुकरन ने कहा कि उनकी बहन महत्वकांक्षी थी. उसने सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया और जीवन में बहुत अच्छे अच्छे काम किए. वह एक सामाजिक संस्था से भी जुड़ी थी. “वह गरीब बच्चों को खाना खिलाती थी, पढ़ाती थी लेकिन किसी महत्वकांक्षी महिला को देखकर उसे फॉलो करना, उसे तंग करना और बाद में उसकी हत्या कर देना कौन सा इंसाफ है.”

 

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