सरकार का नया नारा, खाऊंगा और खाने दूंगा, पैक करके ले जाने दूंगाः कांग्रेस

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करते हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी कांग्रेस पार्टी लगातार दावा कर रही है कि यह सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. मोदीराज में लगातार घोटाले हो रहे हैं और सरकार ने चुप्पी साध रखी है.

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सत्ताधारी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘खाऊंगा और खाने दूंगा, और पैक करके ले जाने दूंगा.’ लगता है ये सरकार का नया नारा हो गया है. 31 हजार करोड़ का घोटाला सामने है. मोदी सरकार इस पर खामोश है. जनधन गबन योजना अब तो ये 39 हजार करोड़ तक पहुंच गई है.’

सुरजेवाला का कहना है कि सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है. एक के बाद एक बैंक घोटाले सामने आने के बाद बैंक घोटाले की रकम बढ़कर 39 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.

कांग्रेस नेता का आरोप है कि मोदी शासनकाल में बड़े उद्योगपतियों का देश छोड़कर भागने का सिलसिला जारी है. विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह जतिन मेहता भी देश छोड़कर भागने में कामयाब रहे हैं.

सुरजेवाला ने कहा कि जतिन की तीन कंपनियों ने बैंकों को 6712 करोड़ रुपये की बड़ी चपत लगाई. इसका भी तरीका वही है, जो नीरव मोदी का था. मोदी सरकार और महाराष्ट्र सरकार को साढ़े तीन साल से इसकी जानकारी थी, लेकिन जतिन मेहता पत्नी समेत विदेश भाग गए.

उन्होंने आगे कहा कि जतिन मेहता की कंपनी विनसम डायमंड एंड ज्वैलरी ग्रुप के मुखिया है. बैंकों में इनकी शिकायत होती रही है. 2015 में कंपनी की बैलेंस शीट दर्शाता है कि उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी के नोटिस जारी हुए हैं.

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जतिन मेहता बैंकिंग सिस्टम को चूना लगाने में कामयाब कैसे हो गए. उन्होंने इस मामले में सरकार से 5 सवालों के जवाब मांगे.

सरकार से 5 सवाल

1. सीबीआई ने साढ़े तीन साल तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की?

2. महाराष्ट्र सरकार और आर्थिक अपराध शाखा क्या करते रहे?

3. मोदी सरकार ने आरोपी जतिन को 2 जून 2016 में भारतीय नागरिकता छोड़ने की अनुमति दे दी. उस समय गृह और विदेश मंत्रालय क्या कर रहे थे? जतिन अब सेंट किट्स के नागरिक हो गए हैं और उस देश के साथ भारत का प्रत्यर्पण संधि नहीं है. वह भारत में अपनी थोड़ी ही संपत्ति छोड़ गए हैं. साथ ही यह देश टैक्स हैवन देश के रूप में जाना जाता है.

4. उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस आजतक क्यों नहीं जारी हुआ?

5. जतिन मेहता को किसने बचाया, क्या जतिन की रिश्तेदारी किसी बड़े औद्योगिक घराने से है, जो पीएम के करीबी हैं. सुरजेवाला ने इस मामले में नाम लिए बगैर बिजनेसमैन गौतम अडानी पर निशाना साधा.

 

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