10वीं के पेपर छोड़कर आए थे अनीश, अब बने कॉमनवेल्थ के सबसे युवा ‘गोल्डन ब्वॉय’

15 साल की उम्र में भारतीय निशानेबाज अनीश भानवाला ने इतिहास रच दिया. 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में वह गोल्ड मेडल जीतने वाले देश के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए. अनीश ने बेलमोंट निशानेबाजी रेंज पर पुरूषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में खेलों के नए रिकार्ड के साथ सोना अपनी झोली में डाला. हरियाणा के इस निशानेबाज ने फाइनल में राष्ट्रमंडल खेलों का रिकार्ड बनाते हुए 30 स्कोर किया जिसमें पांच पांच की चार सीरिज शामिल थी.

गोल्ड मेडल जीतकर अनीश ने 16 बरस की निशानेबाज मनु भाकर का रिकार्ड तोड़ा. लेकिन अनीश के लिए ये सब इतना आसान नहीं रहा. वह 10वीें के छात्र हैं. एक समय ऐसा समय ऐसा भी आया, जब उन्हें खेल और पढ़ाई में से कोई एक चीज चुननी थी. लेकिन अंत में सीबीएसई ने उन्हें राहत दी. जानिए अनीश के बारे में कुछ ऐसी ही बातें….

  
anish Bhanwala

26 सितंबर 2002 को हरियाणा के सोनीपत में पैदा हुए अनीश भनवाला ने आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्डकप और आईएसएसफ जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीते थे.  

Anish

अनीश को शुरुआत से शूटिंग में रुचि थी, ये और बात है कि उनके परिवार में कोई भी इस खेल से ताल्लुक नहीं रखता था.   

अनीश के पिता जगपाल भनवाला जो कि करनाल में एडवोकेट हैं, उन्होंने उनका हमेशा समर्थन किया. जब अनीश महज 7 साल के थे, तब उनके पिता ने उन्हें शूटिंग के  लिए पिस्टल लाकर दी.

Anish Bhanwal

इसके बाद वह शूटिंग में आगे की ट्रेनिंग के लिए दिल्ली आ गए. अनीश के पिता का कहना है कि 2015 में केरल में हुए ट्रायल्स में अनीश ने अपने टैलेंट से अपने सीनियर को प्रभावित किया.  

Anish Bhanwala

अनीश के लिए उस समय मुश्किलें खड़ी हो गईं, जब कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले नेशनल राइफल एसोसिएशन ने टीम की घोषणा की. वह 10वीं छात्र हैं. मार्च में वर्ल्ड चैंपियनशिप होनी थी. इसमें वह भाग लेते तो उन्हें अपने एग्जाम छोड़ने पड़ते.  

Anish Bhanwala

अब उनके पास कोई विकल्प नहीं था, या तो इवेंट छोड़ें या एग्जाम. उनके तीन पेपर इवेंट के कारण छूट रहे थे. हालांकि बाद में सीबीएसई ने एक ऐतिहासिक फैसला देते हुए उन्हें तीन पेपर कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद देने की अनुमति दे दी.  

Anish

अनीश गेम्स के कारण 10वीं हिंदी, मेथमेटिक्स और सोशल साइंस के पेपर नहीं दे पाए थे. अब वह कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद 16, 17 और 18 अप्रैल को अपने ये पेपर देंगे.

 abhinav bindra anish bhanwala

1998 में अभिनव बिंद्रा 15 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. अब 15 की उम्र में इन गेम्स में गोल्ड जीतने वाले अनीश सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं.

 

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