44 दिनों में 26 जवानों की शहादत, बदले में पाकिस्तान को मिली सिर्फ ‘चेतावनी’

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में तीन दिन में तीन हमले हुए. पांच फरवरी के बाद 14 जवान शहीद हो गए. इस साल 44 दिन में 26 जवान शहीद हो गए हैं, लेकिन सरकार निंदा कर रही है और पाकिस्तान को सिर्फ कार्रवाई की चेतावनी दे रही है.

कल रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण नेमसुंजवां हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि हमले में पाकिस्तान का हाथ है. सीतारमण ने कहा, ‘’पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. ”पाकिस्तान अब आतंकवाद को पीर पंजाल रेंज के आगे फैला रहा है और भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. भारत का काउंटर-टेररेज़म प्लान पहले ही अमल में लाया जा चुका है.”

44 दिन के 26 शहीदों की कहानी-

31 दिसंबर 2017

जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के अवंतिपुरा सेक्टर के लेथपोरा इलाके में सीआरपीएफ के कमांडो ट्रेनिंग सेंटर पर फिदायीन हमला हुआ. इस आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए.

3 जनवरी 2018

जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान पाकिस्तान की तरफ से भारतीय चौकी पर की गई गोलीबारी में शहीद हो गया.

6 जनवरी 2018

जम्मू-कश्मीर के सोपोर शहर में आतंकियों द्वारा लगाए गए आईईडी में विस्फोट होने से चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए. वहीं, कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली था.

13 जनवरी 2018

सुंदरबनी सेक्टर में सरहद पार से पाकिस्तान की फायरिंग में लांस नायक योगेश मुरलीधर भड़ाने शहीद हो गए. 28 साल के योगेश मुरलीधर महाराष्ट्र के धुले के रहने वाले थे.

18 जनवरी 2018

जम्मू कश्मीर में भारत पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे आर एस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई है. इस फायरिंग में बीएसएफ के एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गए.

19 जनवरी 2018

पाकिस्तान ने बॉर्डर पर करीब 40 जगहों पर फायरिंग की. इस फायरिंग में बीएसएफ का जवान शहीद हो गए. वहीं आम नागरिकों की भी मौत हो गई है. जबकि कई लोग जख्मी हुए.

20 जनवरी 2018

जम्मू कश्मीर के चार जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगे नागरिक इलाकों और सीमा चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों की फायरिंग और गोलाबारी में दो सुरक्षा बलों और दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए.

4 फरवरी 2018

पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर की गई ताबड़तोड़ गोलीबारी में चार जवान शहीद हो गए.

11 फरवरी 2018

जम्मू के सुंजवान में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हुए. जबकि एक जवान के पिता भी आतंकियों के हमले में मारे गए.

12 फरवरी 2018

श्रीनगर में करण सेक्टर में सीआरपीएफ कैंप पर हमले की कोशिश हुई. इस हमले में बिहार के आरा के रहने वाले सीआरपीएफ कांस्टेबल मोजाहिद खान शहीद हो गए.

 

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