अमेठी: विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही, लकडी के पोल के सहारे दौडा दी 11 हजार हाई वोल्ट की लाईन

अमेठी में विद्युत विभाग की बडी लापरवाही सामने आई है विभाग के पास पोल नही है। चौंकिए मत ग्यारह हजार की मेन लाइन की सप्लाई लकड़ी के खंभे से दी जा रही है।

अमेठी में  विद्युत विभाग की बडी लापरवाही सामने आई है विभाग के पास पोल नही है।  चौंकिए मत ग्यारह हजार की मेन लाइन की सप्लाई लकड़ी के खंभे से दी जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बाद कर्मचारी पैसे की मांग कर रहे है। उपरोक्त लाइन से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। आखिर कौन होगा इसका जिम्मेदार।

जानकारी के अनुसार मामला अमेठी जनपद के विद्युत वितरण उप केंद्र दाखिनवारा गांव का है। जहां पर लगभग एक माह पहले मेन लाइन का पोल टूट गया था । विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने लाइन चालू करने के लिए यूकेलिप्टस के पेड़ का पोल बनाकर जुगाड़ से लाइन चला दिया।

तब से अब तक विद्युत विभाग पोल बदलने की जहमत नहीं उठाया है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार किया गया गांव के लोग चंदा नहीं दिए। इसलिए लाइन नहीं बदली गई। कोई जानवर कभी भी पोल को गिरा सकता है। जिसस बड़ी दुर्घटना हो सकती है बड़ा सवाल यह है कि पावर हाउस से महज 300 मीटर दूर यह विद्युत पोल बिजली विभाग की नाकामियों को प्रदर्शित कर रहा है।

किसी भी अधिकारी द्वारा मामले का संज्ञान नहीं लिया गया गौरतलब पहलू यह है कि खेती किसानी का समय है।  लोग वही अपने जानवर के साथ खेतों में काम करते रहते हैं। ऐसी दशा में लकड़ी का खंभा टूट जाए तो कई लोग चपेट में आ सकते हैं उसका जिम्मेदार कौन होगा मामले को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

ग्रामीणो ने जिलाधकारी अरुण कुमार सहित विभाग के उच्चाधिकारियों से पोल बदलवा कर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अधीक्षण अभियंता राम प्रसाद वर्मा ने पूरे मामले में बताया कि एसडीओ जगदीश पुर को निर्देशित कर दिया गया है। जल्द ही समस्या का निराकरण हो जायेगा।रिश्वत की बात को निराधार बताया।उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमे नही थी। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है।

REPORT-HANSRAJ SINGH

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button