BSF कैंप पर आतंकी हमले को लेकर सवाल, आतंकियों ने कैसे भेदा सुरक्षा घेरा

श्रीनगर। श्रीनगर में मंगलवार सुबह बीएसएफ कैंप पर हमला करने वाले आतंकी सेना के चक्रव्यूह को भेदने में कामयाब रहे थे। चार स्तरीय सुरक्षा के बावजूद दो आतंकी ऐडमिन ब्लॉक तक घुस चुके थे, हालांकि चौकस जवानों ने संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद उन्हें मार गिराया। रक्षा विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतने संवेदनशील इलाके में स्थित बीएसएफ कैंप के अंदर आतंकवादी घुसने में कैसे कामयाब हुए? आखिर चार स्तरों की सुरक्षा वाले इलाके को भेदते हुए आतंकी अंदर कैसे दाखिल हो गए? खुद गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने इस ‘चूक’ को स्वीकार किया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उधर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस हमले के मद्देनजर दिल्ली में एक हाई लेवल मीटिंग की।

ऑपरेशन खत्म होने के बाद बीएसएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस हमले को लेकर जानकारी दी। कश्मीर के आईजी मुनीर खान ने सुरक्षा में चूक की खबरों को खारिज किया और कहा कि आतंकियों को तुरंत ही मुंहतोड़ जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने कैंप पर हमला किया था और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया गया। कुछ देर में एक आतंकी को मार गिराया गया। दो आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर कैंप में घुसने में कामयाब रहे।’

उन्होंने कहा कि इसके बाद बीएसएफ ने ऑपरेशन शुरू कर दिया। सीआरपीएफ और बड़गाम पुलिस भी ऑपरेशन में जुड़ गई। एक छोटी मुठभेड़ के बाद दोनों आतंकियों को मार गिराया गया। एक आतंकी ऐडमिन ब्लॉग में छिपा था। खान ने कहा कि ऑपरेशन बहुत जल्दी खत्म किया जा सकता था, लेकिन रिहायशी एरिया होने के कारण एहतियात बरती गई। खान ने बताया कि इस हमले में बीएसएफ के एक ASI शहीद हुए, जबकि तीन जवान घायल हुए। खान ने कहा कि यह हमला एयरपोर्ट पर नहीं किया गया था।

आतंकवादियों ने कड़ी सुरक्षा वाले श्रीनगर एयरपोर्ट के ठीक बाहर स्थित बीएसएफ के कैंप पर सुबह करीब चार बजे हमला किया। कैंप के अंदर घुसे आतंकी 182वीं बटालियन के कैंप के परिसर की एक इमारत में जाकर छिप गए। इस बटालियन पर श्रीनगर हवाईअड्डे के रनवे की सुरक्षा का जिम्मा है। कैंप के नजदीक पुराना श्रीनगर वायु क्षेत्र है जिसका परिचालन भारतीय वायुसेना करती है। इलाके में बीएसएफ और सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र भी हैं। ऐसे में यह सवाल उठना स्भाविक है कि इस हाई सिक्यॉरिटी जोन में आतंकवादी सुरक्षा घेरों को भेदते हुए अंदर कैसे घुस गए।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर से कहा, ‘पाकिस्तानी कहिए या आतंकवादी, वे सब कायर ही होते हैं। यह सही है कि बीएसएफ कैंप पर हुआ हमला हमारे के लिए चुनौती बन गया है। कैंप हमेशा सजग होना चाहिए। हमारे सुरक्षाबल जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। हमें और सतर्क रहना होगा, कैंप के आसपास की सुरक्षा को और मजबूत किए जाने की जरूरत है।’ उन्होंने यह भी कहा कि इस कायरतापूर्ण हमले के लिए आतंकियों को भारी कीमत चुकानी होगी।

यह जानकारी भी सामने आ रही है कि आतंकी किसी वाहन पर नहीं बल्कि पैदल आए थे। आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों का इरादा एयरपोर्ट के अंदर दाखिल होने का रहा होगा, लेकिन सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के चलते वे ऐसा नहीं कर पाए। हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद के अफजल गुरु स्क्वॉड का हाथ होने की बात कही जा रही है, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक, मारे गए तीन आतंकियों के पास से 5 किलो विस्फोटक बरामद हुआ है। जाहिर है कि आतंकियों की मंशा बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचाने की थी, लेकिन जवानों की त्वरित जवाबी कार्रवाई ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया। सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है। हालांकि अब भी कुछ आतंकियों के अंदर छुपे होने की बात सामने आ रही है। सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। लगातार फायरिंग की आवाजें सुनी जा रही हैं। हमले में बीएसएफ के एक ASI शहीद हो गए हैं, जबकि दो जवान घायल हुए हैं।

 

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