पाकिस्तान की हिंदू-ईसाई महिलाओं के साथ चीन में शादी के नाम पर होता है दिल दहला देने वाला व्यवहार
चीन और पाकिस्तान की नागरिकों पर बर्बरता के किस्से दुनिया से छिपे नहीं हैं. चीन में ऊईगर और पाकिस्तान में हिंदू-ईसाई महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को विश्व अच्छी तरह से जानता है.
चीन और पाकिस्तान की नागरिकों पर बर्बरता के किस्से दुनिया से छिपे नहीं हैं. चीन में ऊईगर और पाकिस्तान में हिंदू-ईसाई महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को विश्व अच्छी तरह से जानता है. अब अमेरिका के राजनयिक(diplomat) सैमुअल ब्राउनबैक ने जो खुलासा किया है उससे चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ गई है. राजनयिक(diplomat) ने दावा किया है कि, पाकिस्तान की धार्मिक रूप से अल्पसंख्यक हो चुके हिंदू-ईसाई परिवार की लड़कियों को चीन में जबरन दुल्हन बनने पर मजबूर किया जाता है.
पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन खुद सरकार करती है
अमेरिकी राजनयिक(diplomat)सैमुअल ब्राउनबैक से जब पूछा गया कि, पाकिस्तान को विशेष सूची में क्यों रखा गया है जबकि भारत इससे बाहर है. तो राजनयिक ने कहा कि, पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन खुद सरकार करती है जबकि भारत में ऐसा सांप्रदायिक हिंसा के दौरान देखने को मिलती है.
चीन-पाकिस्तान समेत 8 देशों को विशेष सूची में डाला गया
बता दें कि, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने बीते सोमवार को चीन-पाकिस्तान समेत 8 देशों को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन में विशेष सूची में डाल दिया था. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अप्रैल में एक सवाल के जवाब में कहा था कि, भारत के खिलाफ आयोग की पक्षपाती टिप्पणियां नहीं हैं. लेकिन उसने इस बार गलत व्याख्या की सभी हदों को पार कर दिया है. अमेरिकी आयोग को विशेष चिंता का संगठन मानते हैं और उसी के हिसाब से उसके साथ व्यवहार करते हैं.
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अमेरिकी राजनयिक(diplomat) सैमुअल ब्राउनबैक ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि, पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता के सारे उल्लंघन सरकार करती है जबकि भारत में ऐसा नहीं होता है.
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