रामपुर: किसान आंदोलन के बीच रामपुर में अन्न दाताओं की ये बड़ी पहल

देश में जगह जगह भले ही किसान आन्दोलन चल रहे हैं। किसानों के दावे हैं कि फसलों में उनकी फायेदा भी कम है।

देश में जगह जगह भले ही किसान (Farmers) आन्दोलन चल रहे हैं। किसानों के दावे हैं कि फसलों में उनकी फायेदा भी कम है। लेकिन रामपुर में किसानों के समूह ने एक अनोखी पहल की है।जिससे न सिर्फ इलाके के किसानों की फसलों के बहुत बेहतर दाम मिलेंगे बल्कि फसल के दाम नहीं मिलने पर फिकेगी नही।

ये भी पढ़े-PM आवास योजना का लाभ नही ले पाने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर

रामपुर में किसानों (Farmers) ने मिलकर एक एफपीओ बनाया है। किसान आपस मे पैसा लगाकर 2 प्लांट लगा रहे है। एक सब्ज़ियों ओर फसलों के लिए कोल्ड स्टोरेज ओर दूसरा अनाज के लिए साइलो बना रहे है। कोल्ड स्टोरेज बनकर तैयार हो गया है। इससे अब किसान अब अपनी फसलों को तब तक रोककर रखेगा जब तक उनका उनका दाम मार्किट में वाजिब नही मिलता है। एफपीओ से रामपुर में करीब 2000 किसान जुड़ चुके है और आपस मे पैसा लगाकर इसको शुरू कर रहे है।

आज ज़िला अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह एफपीओ से जुड़े किसानों(Farmers) के बीच पहुचे ओर किसानों की खेती में आ रही दिक्कतो को जाना और एफपीओ के माध्यम से उनको किस तरफ फायेदा मिलेगा किसानो को इसके प्रति प्रोत्साहित किया। डीएम ने किसानों के संगठन की मेहनत और कार्यो का भी जायज़ा लिया।

अमित वर्मा एफपीओ प्रेसिडेंट ने बताया इस तरफ किसानों का समूह बनाकर हमने रामपुर से शुरू किया है। इसमे किसानो के पैसा लगा है। सरकार से मदद के लिए हमने अब एप्लाई किआ है। इस प्रयास से किसानों (Farmers) की फसलों का अच्छा रेट मिलेगा साथ ही यहा फसल भी स्टोर होगी।

अमित ने बताया कि कोल्ड स्टोर में 20 लाख की लागत है। ये सारे रुपए आपस मे पैसा लगाया है। उनमें रामपुर कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के डायरेक्टर ओर सदस्य द्वारा दिया गया है। ये सभी किसान है। ओर जितने पैसा लगाएंगे ये उतने के शेयर धारक होंगे। 100 मेट्रिक टक साइलो की लागत 20 लाख है। ये पैसे की व्यवस्था भी वैसी ही हुई है। अभी भंडारे की व्यवस्था 10 मेट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज में है और 100 मेट्रिक टन की व्यवस्था साइलो में होगी।

Report- Zeeshan khan

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button