IAS बोला- सरकार को भेजूंगा नोटिस, सस्पेंड किया तो 15 दिन में हो जाऊंगा बहाल


सूर्य ने कहा, ‘बार-बार कहा जा रहा है कि नियुक्ति विभाग ने मुझे नोटिस भेजा है, लेकिन मुझ तक पहुंचने से पहले वह अखबारों में छप जाता है। सरकार गोपनीयता भंग कर रही है। कानून का उल्लंघन कर रही है। इसलिए मैं अब सरकार को नोटिस भेजूंगा।’ सूर्य प्रताप सिंह के तेवर इसलिए कड़े हैं कि एक बार फिर उनके खिलाफ सरकार द्वारा एक्शन लेने की चर्चा है। सूर्य ने कहा, ‘सरकार सिर्फ नोटिस भेजने की बात कहती है, लेकिन मैं तो हर एक्शन के लिए तैयार हैं। मैंने तो अभी से ही अकारण सस्पेंडेड आईएएस के विजिटिंग कार्ड भी छपवा लिए हैं। जैसे ही सरकार निलंबित करेगी वैसे ही वह कार्ड बांटना शुरू करूंगा।’ कई मुद्दों पर राज्य सरकार की आलोचना कर चुके आईएएस अफसर ने कहा, ‘सरकार मुझे निलंबित तो करे खुद परेशान हो जाएगी। मैं अपने ऑफिस के बाहर भी अकारण सस्पेंडेड आईएएस का बोर्ड लटका दूंगा। साथ ही यह भी लिखूंगा कि यह कमरा किसी को ना अलॉट किया जाए, क्योंकि मैं 15 दिन बाद अपने आप बहाल होकर वापस आ जाऊंगा।’ सूर्य विश्वास से कहते हैं, ‘राज्य सरकार मुझे अधिकतम 15 दिनों के लिए सस्पेंड कर सकती है। 15 दिनों के बाद मेरे सस्पेंशन का अप्रूवल केंद्र सरकार से लेना होगा। इसके लिए ठोस कारण देना होगा। सराकर ऐसा नहीं कर पाएगी, क्योंकि मैं आईएएस सर्विस रुल के दायरे में ही सारे काम कर रहा हूं।’ सूर्य ने कहा, ‘सरकार समझ रही है कि मैं सीएम पर सवाल खड़े कर रहा हूं, जबकि सच यह है कि मैं सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा हूं। मैंने बोर्ड परीक्षा में नकल, किसानों की मौत, आरक्षण का मुद्दा, बिजली का मुद्दा और आयोगों में नौकरी के नाम पर हो रहे घालमेल को उठाया है। ऐसे में मैंने सीएम की आलोचना कहां की है?’
सूर्य ने कहा, ‘जबसे मैंने लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव की घेराबंदी की है तब से ही सरकार बौखलाई है। इसीलिए सरकार बार-बार एक्शन लेने की बात कहती है। आखिर सरकार नोटिस भेजकर कितने अधिकारियों को सस्पेंड करती है? फिर मुझे क्यों नोटिस भेजने की बात कही जा रही है। मुझे भी सस्पेंड किया जाए।’
यूपी कैडर के 1982 बैच के आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने पिछले दिनों ‘बागी’ रुख अख्तियार कर लिया। सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर यूपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बेमौसम बारिश की वजह से बर्बाद हुई फसल से किसानों की बदहाली के मुद्दे पर सूर्य प्रताप सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधा। सूर्य ने फेसबुक पर लिखा, ‘अन्नदाता मुसीबत में और ये राजनैतिक चकल्लसबाजी में समय खराब क्यों? किसान कहां जाए? अन्नदाता मुसीबत में आत्महत्या कर रहा और वह कह रहे है कोई नहीं मर रहा।’ इंडियन ग्रामीण क्रिकेट लीग में सीएम के खेलने की फोटो अपलोड करते हुए तंज कसा, ‘अन्नदाता मुसीबत में और लखनऊ में ग्रामीण क्रिकेट लीग का ग्लैमर।’ सूर्य प्रताप सिंह कई वर्ष विदेश में बिता कर कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश लौटे थे। वे ‘स्टडी लीव’ पर थे। लौटने पर अखिलेश यादव सरकार ने प्रदेश के औद्योगिक विकास का जिम्मा दे दिया। फिर सूर्य को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया। बाद में माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव बने। वहां पर नकल के विरोध में अभियान चलाने पर हटा दिए गए। उसके बाद से सूर्य सरकार के विरोध में विभिन्न मुद्दों पर झंडा उठाए हुए हैं। डॉ. सूर्य प्रताप सिंह बुलंदशहर के रहने वाले हैं और इसी साल दिसंबर में रिटायर होने वाले हैं। सिंह इस वक्त प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम के पद पर काम कर रहे हैं।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]