IAS सूर्य प्रताप सिंह ने कहा- लोक सेवा आयोग के सदस्यों की भी हो जांच

इलाहाबाद। लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव की नियुक्ति को अवैध घोषित होने के बाद गुरुवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के यूनियन हॉल में जमकर जश्न मनाया गया। छात्रों के इस जश्न में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह और अवकाश प्राप्त आईएएस बादल चटर्जी ने भी शिरकत की। इस दौरान सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि प्रतियोगी छात्र लोक सेवा आयोग की तानाशाही से मुक्त हो गए हैं। आयोग की परीक्षा में शुचिता एक तरह से समाप्त हो चुकी थी। नियुक्तियों में जमकर धांधली की जा रही थी, लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब इस पर पूर्ण रूप से विराम लग चुका है। उन्होंने कहा कि अब लोक सेवा आयोग के सदस्यों की भूमिका की भी हो।
वरिष्ठ आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव के कार्यकाल में जो 238 परीक्षा कराई गई, उन सभी परीक्षा की सीबीआई से जांच कराई जाए। इसके अलावा जो आयोग के सदस्य हैं उनकी भूमिका की भी जांच कराई जाए, क्योंकि जो नियुक्तियां की गई हैं उनमें लोकसेवा आयोग के सदस्यों ने ही नंबर चढ़ाए हैं। उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग के अलावा अधीनस्थ सेवा आयोग में भी बहुत ही बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है। इसके लिए भी आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है। जल्द ही इनके खिलाफ भी आंदोलन किया जाएगा।
बादल चटर्जी ने कहा- अभी यह आधी जीत है
वहीं, रिटायर आईएएस बादल चटर्जी ने कहा कि अभी यह आधी जीत है। जितनी भी धांधली की गई है, उसकी जांच सीबीआई से हो और दोषी लोग सलाखों के पीछे जाएं। ताकि आने वाले समये में कोई भी ऐसा कृत्य के बारे में सोंचे भी नहीं। उन्होंने कहा कि इस विजय का जश्न मनाते हुए यह भी ख्याल रखना है कि दोषियों को जेल भेजवाना है। इसके लिए आंदोलन की गति को धीमा नहीं पड़ने देना है। इस मौके पर छात्र काफी संख्या में यूनियन हॉल में जमा थे और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
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