पाकिस्तान की “तालिबान परस्ती” अब उसे ही डाल रही है मुश्किल में ! हालात बद से बदतर की ओर

राजधानी इस्लामाबाद में स्थित जामिया हफ्सा मदरसे से उठ रही है तालिबान के समर्थन में आवाज, लहराए जा रहे हैं तालिबानी झंडे

तालिबान समर्थन में रैलियों का आयोजन

15 अगस्त को तालिबान के काबुल पर कब्जे के साथ ही तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर अपनी हुकूमत जमा ली थी। इसके बाद तालिबान को पाकिस्तानी मीडिया, वहाँ के लोग और जनसमुदाय का व्यापक समर्थन मिल रहा था। पाकिस्तान में तालिबान के समर्थन में रैलियों का आयोजन किया गया। इस्लामाबाद समेत कई हिस्सों में तालिबानी झंडे भी फहराए गए। तालिबान को समर्थन देकर पाकिस्तान दुनिया में अलग थलग पड़ चुका है। अब स्थिति यह है कि पाकिस्तान में ही कुछ लोग और संगठन तालिबान जैसी सोंच वाली सरकार चाह रहे हैं।

मौलाना अब्दुल अजीज की पुलिस को धमकी

यही कारण है कि पाकितान की मुश्किलें अब और भी बढ़ गई है। इस्लामाबाद स्थित जामिया हफ्सा मदरसे की इमारत पर रविवार की शाम को एक बार फिर से तालिबान के समर्थन में झंडे लगा दिए गए। इमरान खान सरकार की पुलिस ने जब इन झंडों को हटवाना चाहा तो मदरसे के संचालक मौलाना अब्दुल अजीज ने पुलिस को ही धमकी दे डाली। उसने पुलिस को एके 47 दिखाते हुए कहा कि तुम वहां क्यों नहीं जाते हो जहां गलत काम हो रहे हैं, यहां जानबूझकर बच्चों को डराने आ गए हो। तुमने अल्लाह की शान में गुस्ताखी की है। तुमसे तो पाकिस्तान तालिबान ही निपटेंगे।

महिलाओं ने भी प्रदर्शन में लिया हिस्सा

इस्लामाबाद के जामिया हफ्सा मस्जिद में जब तालिबान के समर्थन में झंडे लहराए जा रहे थे। तब वहाँ भारी संख्या में महिलायें भी मौजूद थी। बड़े ही आश्चर्य की बात है कि जो तालिबानी शासन महिलाओं की स्वतंत्रता का विरोधी है, उसी के समर्थन में आज पाकिस्तान की महिलायें ही खुल कर सामने आ रही है।

राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के पुतले का गला काटा

कट्टरपंथियों के समर्थन में पाकिस्तानी महिलाओं का इतनी बड़ी संख्या में जमा होना यह दिखाता है कि पाकिस्तान में कट्टरता किस हद तक कायम है। इसी मदरसे की महिलाओं ने अभी बीते कुछ महीनों पहले फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के पुतले का गला भी काटा था। इन महिलाओं का मदरसों में वर्षों से ब्रैनवॉश चल रहा है। शायद यही कारण है कि आये दिन ये लोग तालिबान के समर्थन में झंडे लहराते है, जबकि तालिबानी शासन की सत्यता से पूर्णतः वाकिफ हैं।

कट्टरपंथी मौलानाओं के इशारों पर हो रहा है प्रदर्शन

इस्लामाबाद के केंद्र में स्थित जामिया हफ्सा मदरसे में जब तालिबान झंडा लगाने की सुचना इमरान खान सरकार को मिली तो फौरन वहाँ के गृह मंत्रालय ने स्थिति को सामान्य करने के लिए पुलिस बल भेजा। हालांकि इमरान खान को बदनामी का भय था जिसके कारण मौके पर पुलिस दल को रवाना किया गया।

मौलाना अब्दुल अजीज के खिलाफ जल्द ही कानूनी कार्यवाही

जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो मदरसे का मौलाना अब्दुल अजीज पुलिस से ही उलझ गया और उसने बोला कि जहां गलत हो रहा है तुम लोग वहाँ नहीं जाते हो। बार बार यहाँ बच्चियों को परेशान करने आते हो। सरकार की ये नौकरी छोड़ दो। अल्लाह दूसरी अच्छी नौकरी देगा। मौलाना अब्दुल अजीज का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पाकिस्तान की पुलिस को मौलाना के खिलाफ पुरे घटनाक्रम के विषय में पर्याप्त साक्ष्य मिलें हैं। पुलिस मानती है कि मौलाना कभी भी किसी हिंसक घटना को अंजाम दे सकता है। ऐसे में संभव है कि मदरसे के मौलाना अब्दुल अजीज के खिलाफ जल्द ही कानूनी कार्यवाही हो सकती है।

 

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