PM मोदी ने कहा था ‘नोटबंदी का मकसद ब्लैक मनी’, RBI बोला, नहीं पता कितना आया

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा के वक़्त कहा था कि नोटबंदी का सबसे बड़ा मकसद कालेधन पर लगाम लगाना है। लेकिन नोटबंदी के बाद कालेधन को लेकर जो जवाब आरबीआई की ओर से आ रहे हैं वह चौकाने वाले हैं। पहले आरबीआई ने कहा नोटबंदी के बाद 99 फीसदी 500 और 1000 रुपए के नोट बैंक में वापस आ गए, जो सरकार के लिए सबसे बड़ा झटका था।
अब आरबीआई ने संसदीय समिति को कहा है कि उसे यह पता ही नहीं है कि नोटबंदी से कितना ब्लैकमनी सिस्टम से बाहर निकला है। आरबीआई ने एक अनुमान जताते हुए कहा था कि 15.28 लाख करोड़ 500 और 1000 रुपए के नोट बैंकिंग सिस्टम में आ गए हैं। यह नोटबंदी का ही असर है कि जून 2017 तिमाही जीडीपी की ग्रोथ 5.7 फीसदी रही. पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले यह 2.2 फीसदी कम है.
हालांकि, साथ में रिजर्व बैंक ने यह भी कह दिया कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि इससे कितनी ब्लैकमनी मार्केट से बाहर निकली है। आम आदमी नोटबंदी के दर्द को भले ही भूल गया हो लेकिन अर्थव्यवस्था पर इसका असर साफ नजर आ रहा है।
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