21 दिन में लगेंगे रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V के दो टीके, जानिए इसके बारे में कुछ बातें…

भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ पूरे देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ।

भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ पूरे देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ। भारत में बढ़ते कोरोना केस के कारण भारत ने रूस में बनी वैक्सीन स्पुतनिक-V को इस्तेमाल करने की इज़ाज़त तो दे दी है लेकिन उसके साथ-साथ यह भी साफ शब्दों में कह दिया है की इस वैक्सीन की 2 टीके सिर्फ 21 दिनों में ही लगने हैं। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V को मंजूरी मिलने के बाद कोरोना जंग के खिलाफ भारत में तीन वैक्सीन्स हो चुकी हैं।

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नेशनल रेगुलेटर यानी ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (DCGI) के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) ने इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशिल्ड और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) द्वारा निर्मित “Covaxin” को मंजूरी दी थी। रुस की इस वैक्सीन को स्टोर करने का तापमान माइनस 16 डिग्री सेल्सियस है, हालांकि इसके सूखे प्रारूप को 2-8 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जा सकता है।

आरडीआईएफ के अनुसार, स्पुतनिक- वी को 55 देशों में 150 करोड़ से अधिक लोगों के उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया है। वैक्सीन की कीमत 10 डॉलर प्रति शॉट से कम रखने का प्रस्ताव है। हालांकि भारत में इसकी कीमत क्या होगी, यह अभी तय नहीं किया गया है।

आपको बता दें कि पहले दोनों टीकों की तरह इसका इस्तेमाल भी 18 साल अधिक उम्र के लोगों पर किया जा सकेगा। हालांकि भारत में अभी सिर्फ 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण हो रहा है। स्पुतनिक वी की दूसरी खुराक 21 दिनों के अंतराल पर देनी है। भारत में फिलहाल 28 दिनों के अंतराल पर दूसरी खुराक दी जा रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, स्पुतनिक वी की 0.5 मिली की दो खुराक में इंट्रामस्क्युलर रूप से दिया जाना है। टीके को -18 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर करना होगा।

भारत में कोरोना वायरस के दो टीकों- Covishield और Covaxin को जनवरी 2021 के पहले हफ्ते में अप्रूवल मिल चुका है। आइए जानते हैं कि Sputnik V, Covishield या Covaxin से कितनी अलग है।

जानिए कितने असरदार है कोरोना के ये तीनों टीके

फेज 3 ट्रायल के अंतरिम नतीजों में Sputnik V वैक्‍सीन की एफेकसी 91.6% पाई गई है।

भारत बायोटेक की Covaxin ने फेज 3 क्लिनिकल ट्रायल में 81% की एफेकसी हासिल की थी।

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की Covishield की एफेकसी 62% दर्ज हुई थी। हालांकि डेढ़ डोज देने पर एफेकसी 90% तक पहुंच गई।

 

 

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