हाथरस : पांचवी बार पीड़िता के गांव पहुंची SIT टीम, इस दिन देगी रिपोर्ट

हाथरस से बड़ी खबर सामने आ रही है। एसआईटी टीम मृतका के गांव पहुंची है (SIT team arrived in the victim’s village)। आज यानि बुधवार को एसआईटी को सरकार  को मामलें की रिपोर्ट सौपनी थी।

हाथरस से बड़ी खबर सामने आ रही है। एसआईटी टीम मृतका के गांव पहुंची है (SIT team arrived in the victim’s village)। आज यानि बुधवार को एसआईटी को सरकार  को मामलें की रिपोर्ट सौपनी थी। अब आज पीड़िता के गांव में जांच पड़ताल और पूछताछ करने पहुंची एसआईटी टीम।

यूपी के हाथरस में 19 साल की लड़की के कथित गैंगरेप और हत्या मामले में स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) को 10 दिन का और समय मिल गया है। ये समय यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दिया गया है। इससे पहले सीएम योगी ने एसआईटी को सात दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था। इस हिसाब से एसआईटी को आज अपनी जांच रिपोर्ट सौंपनी थी।

सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में बनाई गई एसआईटी में डीआईजी चंद्र प्रकाश द्वितीय और एसपी पूनम भी बतौर सदस्य शामिल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसआईटी ने अपनी पड़ताल के दौरान पीड़िता परिवार, अभियुक्तों, पुलिस प्रशासन समेत 100 से अधिक लोगों के बयान कलमबंद किए हैं।

जिसमें उसकी गर्दन और पीठ पर चोट के निशान पाए गए हैं

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में फोरेंसिक मेडिसिन विभाग ने प्रमाणित किया है कि हाथरस मामले में 19 साल की दलित पीड़िता के साथ रेप का कोई सबूत नहीं मिला है। ये सर्टिफिकेट उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे के साथ प्रस्तुत किया है। इसके मुताबिक, “पीड़िता के साथ वैजिनल और एनल इंटरकोर्स के कोई संकेत नहीं मिले हैं। शारीरिक हमले के जरूर सबूत मिले हैं जिसमें उसकी गर्दन और पीठ पर चोट के निशान पाए गए हैं।”

राज्य सरकार ये लगातार कहती आ रही है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। जबकि पीड़ित के परिवार ने जोर देकर कहा है कि लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ था। इसके अलावा इस मामले के आरोपियों के परिवार भी यही कहते आ रहे हैं कि कोई दुष्कर्म नहीं हुआ था और लड़की को उसके भाई ने पीटा था और चोट के निशान उसी के हैं।

रिपोर्टर – राजेश सास्वत 

 

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