SP-कांग्रेस का गठबंधन कराने को ऐक्टिव हुईं प्रिंयका, अखिलेश के पास भेजा दूत

नई दिल्ली/लखनऊ। सीटों के बंटवारे और अहं के टकराव को लेकर अधर में लटकते दिख रहे कांग्रेस-एसपी के गठबंधन को बचाने के लिए प्रियंका गांधी ने कमान संभाल ली है। प्रियंका ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन तय करान के लिए अपने एक भरोसेमंद दूत को सीएम अखिलेश यादव से बातचीत करने के लिए लखनऊ भेजा है। शुक्रवार को एसपी की ओर से जारी की गई 210 सीटों की लिस्ट में 9 सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में यहां एसपी के प्रत्याशी उतारे जाने से कांग्रेस बिफर गई है। इसके अलावा कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी और रायबरेली की सीटों को लेकर भी पेच फंसा हुआ है।

कांग्रेस चाहती है कि समाजवादी पार्टी इन दोनों जिलों में अपने उम्मीदवार न उतारे। एसपी सूत्रों ने बताया कि प्रियंका के भरोसेमंद, धीरज, फिलहाल लखनऊ के एक होटल में ठहरे हुए हैं और सीएम अखिलेश की ओर से कॉल का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने भी गठबंधन बचाने के लिए प्रियंका गांधी के ऐक्टिव होने की पुष्टि की है, लेकिन उनकी ओर से भेजे गए दूत के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

गठबंधन पर अनिश्चितता के बादल मंडराते देख कांग्रेस ने अखिलेश यादव पर वादे से मुकरने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा, ‘इस गठबंधन पर एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सीनियर कांग्रेस नेताओं ने मुहर लगाई थी। हम एक बार फिर से अखिलेश के संपर्क में है।’ ऐसे वक्त में जब लग रहा था कि दोनों दलों का गठबंधन लगभग हो चुका है, तब अखिलेश ने सीटों का ऐलान कर पसोपेश का माहौल पैदा कर दिया। प्रियंका गांधी ने इसके बाद राहुल को 11 मेसेज भेजे, जिनका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने के इच्छुक नहीं हैं अखिलेश
एसपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी की आतंरिक लड़ाई में जीत हासिल करने के बाद अखिलेश यादव का हौसला खासा बढ़ा हुआ है। ऐसे में वह कांग्रेस को बड़ी संख्या में सीटें देने के इच्छुक नहीं हैं। यही नहीं इस बात की भी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि अखिलेश और राहुल गांधी के बीच प्रस्तावित मुलाकात भी रद हो सकती है। हालांकि इसे समाजवादी खेमे के लिए भी अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है, जहां अखिलेश ने आतंरिक संघर्ष में मुलायम सिंह यादव के गुट पर बढ़त हासिल की है।

राहुल और कांग्रेस के लिए होगा बड़ा झटका
गठबंधन लटकता देख कांग्रेस के यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद खुद शनिवार की सुबह लखनऊ पहुंच सकते हैं। एसपी की ओर से सीटों के ऐलान में खेल किए जाने के बाद कांग्रेस भौंचक्की है। शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने बताया कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 100 सीटें देने पर सहमति जताई थी, लेकिन अब उसके नेताओं को लग रहा है कि संघर्ष कर रही पार्टी को इतनी सीटें देना ठीक नहीं होगा। यदि यह गठबंधन नहीं हो पाता है तो पार्टी के अलावा राहुल गांधी के लिए भी यह बड़ा झटका है, जिन्होंने बीते कई महीनों में तमाम यात्राएं की हैं।

कांग्रेस के 138 सीटों के दावे से भड़की SP
एसपी के सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव चाहते थे कि राहुल गांधी लखनऊ आकर गठबंधन का ऐलान करें और जॉइंट कैंपेन की शुरुआत की जाए। लेकिन कांग्रेस ने इसे लेकर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दिखाई। इसके अलावा गुरुवार को 103 सीटों पर सहमत दिख रही कांग्रेस पार्टी ने अपनी मांग बढ़ाते हुए शुक्रवार को 138 सीटों पर दावा जता दिया। गठबंधन को लेकर एसपी के भड़कने की यह भी एक बड़ी वजह रही है।

 

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