UP में नहीं लगेगा कोई अतिरिक्त टैक्स, प्रवासी मजदूर हैं हमारी ताकत: CM योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी के बीच राज्य में लागू हुए 2 महीने के लॉकडाउन के बाद एक महत्वर्ण फैसला लिया। इस फैसले के मद्देनजर उन्होंने कंटेनमेंट जोन को नियंत्रित करते हुए बाकी जगहों पर ज्यादातर कार्य शुरू करने की अनुमति प्रदान की। साथ ही ऐलान किया कि अब सरकार कोरोना के नाम पर कोई टैक्स नहीं लगाएगी।

यूपी CM ने कहा, “प्रदेश में कंटेनमेंट जोन को नियंत्रित करते हुए बाकी जगहों पर अधिकतम कार्य शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। अब सरकार कोरोना के नाम पर कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी। पिछले महीने की अपेक्षा राजस्व बेहतर हुआ है। हमारा ध्यान जनता को अधिक से अधिक छूट देने पर है।”

सीएम योगी ने बताया, “उत्तर प्रदेश में अधिकतर विकास योजनाएँ शुरू हो चुकी हैं। हमारा प्रयास है कि ‘जान भी और जहान भी’ दोनों को साथ लेकर चलेंगे। हम कोरोना की कड़ी तोड़कर आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।”

वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए रविवार (मई 31, 2020) को मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित गरीब कल्याण पैकेज तथा अन्य राहतों का सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश को मिला है। उसी का नतीजा है कि वह अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सके हैं।

इसी के साथ उन्होंने जानकारी दी कि 4 चरणों के लॉकडाउन के बाद यूपी में सोमवार यानी आज से सभी सरकारी ऑफिस पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे और बाजार भी रोटेशन बेसिस पर सुबह 9 बजे से शाम 9 बजे तक खुलेंगे। इसके अतिरिक्त अनलॉक-1 में पार्लर-सैलून खुलेंगे। इस दौरान टैक्सी कैब, ऑटो रिक्शा निर्धारित सवारी क्षमता के अनुसार बिठाकर चल सकेंगे। अब सारे प्रतिबंध कंटेनमेंट जोन तक ही सीमित रहेंगे।

इसके अलावा सामूहिक जुटान पर अभी भी प्रदेश में प्रतिबंध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक लोगों को एकत्र होने से हर हाल में रोकना है, इसलिए कोई बड़े आयोजन नहीं होंगे। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान प्रदेश वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को लेकर बोला कि अन्य राज्यों से यूपी में 30 लाख प्रवासी मजदूर लौटे हैं। ऐसे में सभी का मानना है कि इनके कारण अव्यवस्था फैलेगी। लेकिन उनका मानना है कि ये सरकार की ताकत हैं।

उन्होंने बताया, “सरकार ने उद्योगों की मैपिंग शुरू कर दी है। उद्योगों को बड़े पैमाने पर मैनपावर की जरूरत है। हम आर्थिक पैकेज का ज्यादा से ज्यादा लाभ एमएसएमई तक पहुँचाने में जुटे हैं। इसलिए, यूपी में काम की कोई कमी नहीं है।”

विपक्ष के तीखे सवालों और राजनीति पर भी सीएम योगी ने इस कॉन्फ्रेंस में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भगवान न करे विपक्ष के किसी नेता को कोरोना हो और उन्हें कोविड-19 अस्पताल जाना पड़े, अन्यथा वह वहाँ की वास्तविक स्थिति देखते। उन्होंने बताया कि जनता सुविधाओं से प्रसन्न है और वह हकीकत जानती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कॉन्ग्रेस पर दो टूक कहा कि ट्विटर पर टिप्पणी करने वालों ने किसी को मदद का एक पैकेट भी नहीं दिया। बल्कि कोटा से बच्चों को लाने का पैसा लिया और इस संकट की घड़ी में भी अपना फर्जीवाड़ा जारी रखा।

गौरतलब है कि इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जो मुद्दे एक समय तक नारों में सीमित थे, उन्हें मोदी सरकार ने हकीकत में बदला। जनधन अकाउंट, डीबीटी, पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना कोरोना काल में लोगों के लिए मददगार बनीं। उन्होंने कहा, “संकट में देश का नेतृत्व कैसे किया जाता है यह PM मोदी से सीखना चाहिए। विश्व के अनुपात में भारत में कोरोना के केस व मौत के आँकड़े इसकी पुष्टि करते हैं।”

 

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